ग्रामसभा नहीं लेने व पैसे की हेराफेरी का मामला
गोंदिया. ग्राम सेवक और सरपंच ने पिछले वर्ष से एक भी ग्राम सभा आयोजित नहीं की है. इस बीच गोंदिया तहसील के मोरवाही के ग्राम पंचायत सदस्यों और ग्रामीणों ने जिला परिषद प्रशासन से शिकायत की थी कि उन्होंने बड़ी मात्रा में ग्राम पंचायत निधि का दुरुपयोग किया है. मामले की जांच के बाद दोषी पाए जाने पर विवादित ग्राम सेवक ललित सोनवने को जिला परिषद प्रशासन ने निलंबित कर दिया. साथ ही पैसों के दुरुपयोग के मामले में सरपंच वंदना पारधी और तत्कालीन प्रशासक दुबे से शासकीय राशि वसूलने का भी आदेश दिया गया है.
पिछले वर्ष से ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा एक भी ग्राम सभा का आयोजन नहीं किया गया है. साथ ही जो ग्राम पंचायत चुनाव से पहले प्रशासक थीं तथा वर्तमान में पद पद है सरपंच, ग्रामसेवक ने बड़ी मात्रा में ग्राम पंचायत निधि में गड़बड़ी करने की शिकायत ग्रापं सदस्य सुरेंद्र रिनाईत, बुधराम भांडारकर, इंदू विनोद ठाकूर व ग्रामीणों ने जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से की थी. उक्त शिकायत की जांच के लिए पंचायत समिति स्तर के विस्तार अधिकारी आर.जे. बंसोड़, कार्तिक चव्हाण, डी.आर. लांजे की संयुक्त समिति नियुक्त की गई. इस समिति ने कहा है कि उक्त मामले में ग्राम सेवक सोनवने, सरपंच वंदना पारधी और तत्कालीन प्रशासक दुबे दोषी हैं. साथ ही ग्राम सेवक ललित सोनवने से 6 लाख 82 हजार 439 रु., प्रशासक दुबे से 5 लाख 24 हजार 564 रु. और सरपंच वंदना पारधी से 1 लाख 17 हजार 875 रु. वसूले जाएं. उक्त जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दोषी ग्राम सेवक ललित सोनवने को तत्काल निलंबित कर दिया है. इसके अलावा निर्माण विभाग में कनिष्ठ अभियंता और तत्कालीन प्रशासक दुबे पर विभागीय जांच व राशि की वसूली तथा सरपंच पारधी के खिलाफ धारा 39 के तहत कार्रवाई की गई है और सरकारी धन की वसूली के आदेश जारी किए गए हैं. ग्राम पंचायत में सरपंच और ग्राम सेवक ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना अपनी मनमर्जी से काम कर रहे हैं, लेकिन अब सरपंच और ग्राम सेवक पर मुकदमा होने से बाकी गांवों के सरपंच, सचिव चिंतित हैं.
उक्त मामले की जांच रिपोर्ट जिला परिषद प्रशासन को सौंपी गई. तदनुसार ग्राम सेवक सोनवने को हाल ही में निलंबित कर दिया गया. सरपंच वंदना पारधी से राशि वसुली व धारा 39 के तहत तत्कालीन प्रशासक दुबे से शासकीय राशि की वसूली व विभागीय जांच की कार्यवाही प्रशासन को प्रस्तावित की गई है.
कार्तिक चौहान, जांच व विस्तार अधिकारी, पंस गोंदिया