विधायक विनोद अग्रवाल का परिवर्तन पैनल के विस्तारित बैठक में पदाधिकारीयो को आव्हान
गोंदिया : भारत देश यह कृषिप्रधान देश है. अंग्रेज भी भारतीय कृषि परंपरा देख कर ही भारत में आये एवं उन्होंने भारत से मसाले एवं कपास की निर्यात शुरू की. कृषी उत्पन्न बाजार समिती के माध्यम से किसान भाइयो की हालत सुधरेगी ऐसी अपेक्षा थी लेकिन उसका उलटा हुआ और समिति के माध्यम से किसानो को अनेक परेशानी का सामना करना पड रहा है. इससे छुटकारा चाहिए तो आगामी आगामी कृषी उत्पन्न बाजार समिती के चुनाव में ‘परिवर्तन पैनल’ के समस्त उमेदवारो को भरी मतों से विजयी बनाने का आवाहन जनता के आमदार ने विनोद अग्रवाल ने किया. कृषी उत्पन्न बाजार समिती चुनाव हेतु आयोजित विस्तारित बैठक का आयोजन जलाराम लॉन में किया गया गया था. बैठक में परिवर्तन पैनल के प्रमुख कार्यकर्ता व पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
वैयक्तिक स्वार्थ हेतु कृ.उ.बा.स. के चुनाव में अडंगा लगाने की कोशिश की गई : विनोद अग्रवाल
वैयक्तिक स्वार्थ हेतु कृषी उत्पन्न बाजार समिती के चुनाव १३ सालो से होने नही दिए. हार के डर से जानबुझ कर अडंगा लगानें का काम कुछ लोगो ने किया. २०१९ के विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व परिवर्तन गोंदिया की जनता ने किया. उसके बाद हुए पंचायत समिती व जिला परिषद् के चुनाव में जनता कि पार्टी चाबी संघटन ने लक्षवेधक यश प्राप्त किया. सहकारी संस्था एवं अन्य चुनाव में चाबी संघटन ने यश प्राप्त किया. उसी डर के कारण अपना पराजय होगा इस आशा से कृषी उत्पन्न बाजार समिती के चुनाव ना हो ऐसे प्रयत्न किये गए. ऐसा आरोप विधायक विनोद अग्रवाल ने किया.
किसानो के हक़ के लिए, किसानो के सन्मान के लिए परिवर्तन पैनल को चुन कर लाये : विनोद अग्रवाल
पिछले २५ वर्ष में करोडो रूपया कृषी उत्पन्न बाजार समिती को किसान कल्याण एवं मंडी सुधार के लिए प्राप्त हुए मात्र उसका लाभ किसानो को नही हुआ ना मंडी को हुआ.आज किसान भाइयो की परिवर्तन पैनल में आशा की किरण दिखाई दे रही है. मंडी के खस्ता हाल को देखते हुए किसानो का नसीब केवल परिवर्तन पैनल ही बदल सकती है ऐसा विश्वास विधायक आमदार विनोद अग्रवाल इन्होने व्यक्त किया. आनेवाली २८ तारीख को परिवर्तन पैनल के उमेदवारो को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में मतदान हो इसलिए कार्य करने का आवाहन विधायक विनोद अग्रवाल ने किया है. विस्तारित बैठक में अशोक गप्पू गुप्ता, भाउरावजी उके, छत्रपाल तुरकर, मुनेश रहांगडाले, चैतालीसिंह नागपुरे, जितेश राणे, धनंजय तुरकर, मोहन गौतम, पृथ्वीराजसिंह नागपुरे, निलम हलमारे, इंदलसिंह राठोड, दिपाताई चंद्रिकापुरे, आनंदाताई वाडिवा, शैलजाताई सोनवाने, कमलेश सोनवाने, रामराज खरे, विनोद किराड, टीटूलाल लिल्हारे, समीर आरेकर, अशोक रिनायत, अनिल हुन्दानी, जितेश टेंभरे, कनिराम तावाडे, अरुण गजभिये, सचिन बडगुजर, मुरली नागपुरे, बाबा चौधरी, राजीव ठकरेले, चेतन बाहेकार, लिमेंद्र बिसेन, प्रभाकर ढोमणे, सविता विनोद अग्रवाल, इंद्रायणीताई रहांगडाले, कौशल छत्रपाल तुरकर, लक्ष्मण चौधरी, सुभाष मुंदडा, शामकलाताई पाचे, नामदेव बिसेन व् बड़ी संख्या में परिवर्तन पैनल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.