गोंदिया. स्थानीय गांधी वार्ड में पिछले 3 महीने से दूषित पानी की सप्लाई से लोगों का स्वास्थ्य खतरे में है. गांधी वार्ड के अलावा शहर के लगभग सभी वार्डों में दुर्गंधयुक्त पानी की आपूर्ति हो रही है. ऐसे में नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरे में डालने की नौबत आ गई है. इस संबंध में गांधी वार्ड के नागरिकों ने कई बार जन प्रतिनिधियों को पत्र लिखा है. लेकिन आज तक जीवन प्राधिकरण विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई.
शहर के लगभग सभी 42 वार्डों में नलों से गंदा पानी आ रहा है. गोंदिया शहर के गणेश नगर, बजरंग नगर, फुलचूर रोड, श्रीनगर, भीमनगर, मरारटोली, सिंधी कॉलोनी, माताटोली, सिविल लाइन जैसे कई इलाकों में पिछले 3 महीने से दूषित और बदबूदार पानी की सप्लाई को लेकर शहरवासी अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. शिकायतों को नजरअंदाज किए जाने से महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के खिलाफ रोष व्यक्त किया जा रहा है. इस संबंध में नागरिकों ने जिलाधीश से लिखित पत्र के माध्यम से राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़वानीस को भी अवगत कराया है. पत्र में उल्लेख किया गया है कि गोंदिया जीवन जीवन प्राधिकरण के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है. लेकिन पिछले तीन महीनों से लगातार दुर्गंधयुक्त और गंदा पानी आ रहा है. जिससे कई लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. अक्सर कोई भी अधिकारी निर्देश देने के बाद संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता. शहर की अधिकांश आबादी नलों के मीठे पानी पर निर्भर है. शहरवासियों को शुद्ध व स्थायी जलापूर्ति उपलब्ध कराने के लिए शहर में बढ़ी हुई जलापूर्ति योजना का कार्य भी किया गया है. लेकिन वह भी बेकार है. नलों से हमेशा दूषित पानी आ रहा है. फिलहाल बारिश के दिन है और पाइपों में पानी मटमैला आ रहा है, ऐसा मजीप्रा का कहना है. नागरिक बरसात के दौरान जलजनित बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.
जन आंदोलन करेंगे
गांधी वार्ड में पिछले तीन माह से लोग गंदा पानी पी रहे हैं. कई बार जन प्रतिनिधियों इस बारे में बताया गया. लेकिन महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही मजीप्रा का कोई अधिकारी वार्ड में आया. सरकार के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा किया जाएंगा.
सुनील मेश्राम, नागरिक, गांधीवार्ड, गोंदिया