जिला कांग्रेस बचाओ समिति के कार्यकर्ता धरने पर
गोंदिया : गोंदिया जिला कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. हाल ही में कृषि उत्पन्न बाजार समिति व खरीदी-बिक्री समिति के चुनाव संपन्न हुए. जिसमें कांग्रेस का एक गुट अलग निकलकर भाजपा प्रणित पैनल से हाथ मिलाकर चुनाव लड़े. जिसका नुकसान जिले के सालेकसा तहसील छोड़कर सभी तहसीलों में कांग्रेस को उठाना पड़ा.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब से जिलाध्यक्ष पद पर दिलीप बंसोड विराजमान हुए हैं. तबसे पार्टी में गुटबाजी तैयार हो रही है. इसी प्रकार कांग्रेस पार्टी को विश्वास में न लेते हुए जिला उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता ने भी अपने पसंद के उम्मीदवार को कृषि उत्पन्न बाजार समिति गोंदिया के उपसभापति पद पर चयन किया है. ऐसे जिलाध्यक्ष व जिला उपाध्यक्ष पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई कर कांग्रेस को बचाए. इस मांग को लेकर गोंदिया के शहीद कांग्रेस भोला भवन के जिला कांग्रेस कार्यालय में गोंदिया जिला कांग्रेस बचाओ समिति के कार्यकर्ताओ ने श्रृंखलाबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है. इससे स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पार्टी में दो गुट तैयार हो गए है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर पूर्व विधायक दिलीप बंसोड ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. दिलीप बंसोड के नेतृत्व पर विश्वास रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने दिलीप बंसोड पर जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी. लेकिन एक वर्ष के बाद ही कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी तैयार होने लगी. हाल ही में गोरेगांव में कृषि उत्पन्न बाजार समिति के चुनाव संपन्न हुए. जिसमें कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार गुट अलग होकर भाजपा प्रणित पैनल से चुनाव लड़े जिसमें भाजपा प्रणित पैनल की जीत हुई और कांग्रेस को बड़ा नुकसान सहना पड़ा. इसी तरह गोंदिया में भी कृषि उत्पन्न बाजार समिति के चुनाव संपन्न हुए. जिसमें कांग्रेस पार्टी के निर्देश के तहत चाबी संगठन के साथ चुनाव लड़ा. इसमें उम्मीदवारों ने विजयी हासिल की. लेकिन जब कांग्रेस पार्टी के निर्देश के तहत उपसभापति बनाना था तो जिला उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता द्वारा कांग्रेस के निर्णय को न मानते हुए अपने पसंदीदा उम्मीदवार को उपसभापति बनाया गया. सालेकसा तहसील को छोड़कर सभी तहसीलों में इस तरह की गुटबाजी से कांग्रेस को नुकसान पहुंच रहा है. जिन नेताओं ने भाजपा के साथ कृषि उत्पन्न बाजार समिति का चुनाव लड़ा है. ऐसे कांग्रेस के मलेश्याम येरोलो, पी.सी. चौहान, जिप सदस्य सशेंद्र भगत पर जिलाध्यक्ष दिलीप बंसोड द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई. इस तरह की उनके कार्यप्रणाली पर संदेह निर्माण किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी को बचाने तथा जिलाध्यक्ष बंसोड व उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता पर अनुशसनहीनता की कार्रवाई की जाए. इस मांग को लेकर गोंदिया के जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में श्रृंखलाबद्ध अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया गया है. जिसमें कांग्रेस के राजीव ठकरेले, डा. विवेक मेंढे, महिला अध्यक्ष अनिता मुनेश्वर, महासचिव जीवनलाल शरणागत, एनएसयुआइ्र के हरिश तुलस्कर, अशोक मोहंती, शहर अध्यक्ष जहीर अहमद, शहर महासचिव अरूण गजभिये, रंजीत गणवीर आदि का समावेश है.
जिलाध्यक्ष बंसोड के खिलाफ कांग्रेसियों ने शुरू किया आंदोलन
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