तेजी से घट रहा बड़े जलाशयों का जलस्तर
गोंदिया. इस वर्ष पड़ी भीषण गर्मी के कारण जिले के बड़े जलाशयों का जलस्तर तेजी से घट रहा है. गर्मी के प्रकोप से जलस्त्रोत सूख रहे हैं. गोंदिया जिले के मध्यम प्रकल्प भी दम तोड़ते दिख रहे हैं. बढ़ते तापमान से जिले के मध्यम प्रकल्पों में मात्र 30.61 प्रश. ही जल शेष रह गया है.
गोंदिया जिले में 9 मध्यम प्रकल्प है जिनमें बोदलकसा, चोरखमारा, चुलबंद, खैरबंधा, मानागढ़, रेंगेपार, संग्रामपुर, कटंगी व कलपाथरी प्रकल्पों का समावेश है. यह मध्यम प्रकल्प जिले के लिए वरदान साबित हो रहे है. हजारों हेक्टेयर खेती की इन प्रकल्पों से सिंचाई की जा रही है. वहीं जिलावासियों को पीने का शुद्ध पानी भी जलापूर्ति के माध्यम से उपलब्ध किया जा रहा है. लेकिन पिछले 10 दिन से जिले का तापमान जिस तेजी से बढ़ रहा है, उससे जलस्त्रोतों के साथ-साथ मध्यम प्रकल्प का भी जलस्तर नीचे खिसक रहा है. जिले में 42-43 डिग्री सेल्सियस तापमान होने से जलापूर्ति योजनाओं को पानी नहीं मिल रहा है. इसका मुख्य कारण जलस्त्रोतों का जलस्तर तेजी से नीचे जाना है. जिले के उपरोक्त मध्यम प्रकलपों में मात्र 30.61 प्रश. ही जल शेष है. इसी तरह जून माह में तापमान बना रहा तो पानी की भीषण समस्या निर्माण हो सकती है.
बोदलकसा में 42.26 प्रश. जल संग्रहण
मानागढ़ प्रकल्प में 11.35 प्रश. जल संग्रहण है. इस प्रकार कटंगी प्रकल्प में 22.62, चुलबंध में 22.57, कलपाथरी में 23.8, संग्रामपुर में 27.47, रेंगेपार में 26.87, खैरबंधा में 34.56, चोरखमारा में 40 प्रश. व बोदलकसा में 42.26 प्रश. जल संग्रहण है.






