हमारे घर का सपना कब होगा पूरा? : यशवंतराव चव्हाण योजना
गोंदिया : गोंदिया जिले के घुमंतू जाति जनजाति के लोग घरकुल योजना से वंचित हैं और महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें यशवंतराव चव्हाण मुक्त वसाहत योजना के तहत घरकुल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है. सरकार के निर्णय के अनुसार गोंदिया जिले में 366 लाभार्थी अनुदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं. लेकिन व्यवस्था की उदासीनता के कारण लाभार्थी घरकुल से वंचित है.
सहायक आयुक्त समाज कल्याण कार्यालय, गोंदिया द्वारा यशवंतराव चव्हाण घरकुल वसाहत योजना 2018-19 से क्रियान्वित की जा रही है. जिले में घुमंतू जाति जनजाति के कुल 366 पात्र लाभार्थी हैं, जिन्हें करीब एक साल से आवास राशि नहीं मिली है. जिससे घरकुल लाभार्थियों में रोष है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 801 घरकुल लाभार्थियों में से 366 पात्र लाभार्थियों का चयन शासन निर्णय 18 मार्च 2022 के अनुसार किया गया व उन्हें 4 करोड़ 39 लाख 20 हजार रु. मंजूर किए गए. एक साल बीत जाने के बाद भी घरकुल लाभार्थियों को राशि नहीं मिली है. यशवंतराव चव्हाण घरकुल निधि को लेकर विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे ने शितकलीन अधिवेशन नागपुर में सरकार का ध्यान आकर्षित किया था.
यह जातियां है शामिल
जिले की घुमंतू जाति जनजातियों से संबंधित लाभार्थियों में ढीवर, लोहार, बहुरूपी, गवली, बंजारा, गोसावी, भोई, बैरागी धनगर, नागजोगी और अन्य जातियां शामिल हैं.
निवासी उपजिलाधीश को सौंपा था ज्ञापन
अखिल महाराष्ट्र भोई समाज सेवा संघ, पुणे प्रणीत एकलव्य सेना के कार्यकर्ता महेंद्र दिघोरे, नेवाल शेंडे, रमेश मानकर, रवींद्र मेश्राम सहित अन्य कार्यकर्ता यशवंतराव घरकुल योजना का लाभ दिलवाने का प्रयास कर रहे हैं. ताकि घुमंतू जाति जनजातियों को यशवंतराव चव्हाण घरकुल योजना का लाभ मिल सके. इस संबंध में निवासी उप जिलाधीश स्मिता बेलपात्रे को ज्ञापन सौंपा गया.