भेट के दौरान लाभार्थी मिले नशे में
गोंदिया. जरूरतमंद बेसहाराओ के लिए रैन बसेरा किसी आधार से कम नहीं है ।लेकिन गोंदिया नगर परिषद द्वारा संचालित रैन बसेरा नशेड़ीओ का घर बनता जा रहा है। पूर्व पार्षद लोकेश यादव व सामाजिक कार्यकर्ता निलेश चूटे ने जब रैन बसेरा को भेट दी तो इस भेंट के दौरान लाभार्थी नशे में देखा गया है। यह मामला शुक्रवार को दोपहर के दौरान का है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि इस रैन बसेरा पर किसी का नियंत्रण नहीं है। यदि इसी तरह स्थिति बनी रही तो बेसहारा महिलाए इस रैन बसेरा में कैसी सुरक्षित रहेगी? यह सवाल अब निर्माण होने लगा है। वहीं नगर परिषद की लेटलतीफी से बेसहारा महिलाओ के लिए रैन बसेरा मे निवास की व्यवस्था अभी तक नही हो पाई है।
बता दे कि शहर मे अनेक बेसहारा महिला-पुरूष जहां जगह मिली वहां पर अपना बसेरा बना लेते है। सबसे बड़़ी दिक्कत बारिश और ठंड के माैसम में बेसहारा लोगो के सामने आती है। वर्तमान मे महिलाओ पर अन्याय-अत्याचार की घटनाएं घटित होने की आए दिन देखने व सूनने मिलती है। लेकिन गोंदिया शहर मे नगर परिषद की लेटलतीफी से रैन बसेरा मे अभी तक बेसहारा महिलाआंे के लिए निवास की व्यवस्था नहीं हो पाई है जिस कारण रेलवे, बस स्थानक तथा अन्य असुरक्षित स्थानो पर रात के दौरान बेसहारा महिलाएं देखी जाती है। जिसे देखते हुए गोंदिया नगर परिषद ने शहर मे रैन बसेरा शुरू किया है। वर्तमान मंे 20 पुरूषो के लिए निवास व भोजन की व्यवस्था की गई है। लेकिन महिलाओं के लिए अभी तक निवास की व्यवस्था नहीं की गई है। शुक्रवार 4 अगस्त को अचानक पूर्व पार्षद लोकेश यादव व झाडे कुनबी समाज के जिला सचिव नीलेश चुटे ने रैन बसेरा को भेट दी तो इस भेट के दौरान चौकाने वाला दृश्य सामने आया। रैन बसेरा का लाभार्थी नशे में पाया गया। वहीं अनेक लाभार्थियों ने रैन बसेरा की खरीखोटी सुनाई है। जब महिला रैन बसेरा की जानकारी ली गई तो बताया गया कि महिलाओं के लिए निवास की व्यवस्था की जा रही है जिसका काम शुरू है। लेकिन अब चर्चा यह शुरू हो चुकी है की यदि इसी तरह लाभार्थी नशे में रैन बसेरा में निवास करेगे तो यहां की महिलाएं कैसे सुरक्षित रह पाएगी?
महिलाओ के लिए करे जल्द व्यवस्था
जिस तरह पुरूषांे के लिए रैन बसेरा में व्यवस्था की गई है ठीक इसी तरह तत्काल बेसहारा महिलाआंे के लिए नगर परिषद द्वारा व्यवस्था करनी चाहिए क्योंकि अभी बारिश का मौसम है और बेसहारा महिलाएं निवास की व्यवस्था नहीं होने के कारण रेलवे स्टेशन, बस स्थानक तथा असुरक्षित स्थानों पर रात गुजार रहे है। जरूरतमंद लाभार्थियो को ही रैन बसेरा में प्रवेश देना चाहिए। जब शुक्रवार को रैन बसेरा का दौरा किया गया तो कुछ लाभार्थी नशे में पाए गए है। इसका अर्थ यह है कि रैन बसेरा की व्यवस्था पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जल्द से जल्द महिलाआंे के लिए निवास की व्यवस्था नगर परिषद करें। इस तरह की मांग की जा रही है।
लोकेश यादव, पूर्व पार्षद, गोंदिया