वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी : करोड़ों की अवैध वसूली
गोंदिया : स्वास्थ्य विभाग कैंसर जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए पान मसाला, गुटखा, तंबाकू आदि नशीले पदार्थो की बिक्री पर रोक लगा रखी है. बावजूद इसके गोंदिया जिले के आमगांव, सालेकसा, देवरी सहित भंडारा जिले के साकोली, लाखांदूर व अन्य इलाकें में तंबाकू की बिक्री खुलेआम हो रही है. सह सब अन्न औषधि प्रशासन के फूड आफिसर के आशीर्वाद में चल रहा है. वहीं करोडो रु. की वसूली कर रहा है, ऐसी जानकारी मिली है. जिससे सरकार की ओर से बनाए गए तंबाकू निषेध कानून बेअसर हो रहा है.
कैंसर के प्रति सचेत करने के लिए 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर गोंदिया में कई सामाजिक संगठनों, स्कूली बच्चों, डाक्टरों के द्वारा कार्यक्रम चलाया गया. कई इलाकों में जाकर मुआयना किया तो पता चला सड़क किनारे, तहसील कार्यालय परिसर, स्कूल परिसर में खुलेआम तंबाकू की विक्री हो रही है. भारत सरकार के तंबाकू नियंत्रण अधिनियम सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम-2003 (कोटपा एक्ट) की धारा चार व छह के तहत शिक्षण संस्थानों, मंदिर, अस्पताल समेत समस्त सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान और पान मसाला की बिक्री प्रतिबंधित है. इसकी सीमा भी निर्धारित है. 100 मीटर के दायरे में ऐसी कोई भी दुकान नहीं होनी चाहिए, लेकिन हाल यह है कि सभी सरकारी संस्थानों के पास इनकी बिक्री हो रही है.
महेश चांदे के तरफ है गोंदिया-भंडारा का चार्ज
अन्न औषधि विभाग का कार्यालय भंडारा जिले में है. वहीं से गोंदिया का कारभार देखा जाता है. गोंदिया जिले के आमगांव, देवरी, सालेकसा व भंडारा जिले के साकोली, लाखांदूर सहित अन्य तहसीलों का कारभार अन्न औषधि विभाग के फूड आफिसर महेश चांदे को दिया गया है. लेकिन वह तंबाकू को रोक लगाने के बजाए बढावा दे रहे है. गोंदिया जिले के तहसीलों में उनके आशीर्वाद से खुलेआम तंबाकू की बिक्री हो रही है.
औषधि निरीक्षक रिश्वत लेते गिरफ्तार
भंडारा के अन्न औषधि विभाग के औषधि निरीक्षक प्रशांत राजेंद्र रामटेके को 15000 की रिश्वत लेते हुए 13 जून की रात 11 बजे भंडारा एंटी करप्शन विभाग द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किया. रामटेके गोंदिया के प्रभारी औषधि निरीक्षक के रूप में रहते हुए करोड़ों रु. की प्रतिवर्ष अवैध वसूली की थी.
सार्वजनिक स्थलों की स्थिति भी है चिंतनीय
सार्वजनिक स्थलों की स्थिति भी खराब है. गोंदिया जिले के बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के बाहर सबसे अधिक भीड़ होती है. यहां सिगरेट का धुआं खुलेआम हवा में उड़ता दिखाई दे रहा है. जिन्हें सिर्फ पानी बेचना है वो बीड़ी-सिगरेट-गुटखा सब बेच रहे हैं. न तो नगर परिषद और न ही अन्न औषधि विभाग को लोगों की सेहत की चिंता है.