गोंंदिया : आमगांव तहसील के बनगांव जलापूर्ति योजना द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 543 के 48 गांवों को पानी की लाइनों से जोड़ा गया है. मुख्य जलापूर्ति पाइपलाइन जमीन से चार फीट नीचे थी. लेकिन अब जब राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण ऊंचा हो गया है, तो पाइप लाइन पर और 6 फीट मिट्टी डाल दी गई है. परिणामस्वरूप इस राष्ट्रीय राजमार्ग से बाह्मणी गांव की जलापूर्ति पर संकट खड़ा हो गया है.
इस समय जिले का तापमान 38 डिग्री पर पहुंच गया है. ऐसे में नागरिकों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. इस राष्ट्रीय राजमार्ग को फोर लेन बनाने के लिए कराए गए सर्वे में सर्वे के दौरान तय हुआ कि इस योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसी तरह की रिपोर्ट भी सौंपी गई थी. लेकिन नेशनल हाईवे का काम योजना के मुताबिक नहीं हुआ. इसलिए इस जलापूर्ति योजना पर संकट खड़ा हो गया है और बाह्मणी गांव के लोगों को पानी के लिए भटना पड़ रहा है. जैसे-जैसे सड़क ऊंची होती गई, सार्वजनिक कुएं सड़क से नीचे होते गए. कुएं तक पहुंचने के लिए ठेकेदार ने सड़क नहीं बनाई. इसलिए कुएं से पानी लाते समय चढ़ना-उतरना मुश्किल हो गया है. मांग की गई है कि गांव में हाईवे से सटे घरों में जाने के लिए सड़क की व्यवस्था की जाए. ठेकेदार को समय-समय पर बताने के बाद भी जानबूझकर टालमटोल किया जा रहा है. अब ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के माध्यम से जल्द से जल्द ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने की मांग की है.
बाह्मणी गांव में पानी की किल्लत
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