Thursday, March 27, 2025
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बैरिट्रिक सर्जरी अब गोंदिया के बीजे हॉस्पिटल में हो पाएगी

गोंदिया. मोटापे से जुझ रहे लोगों के लिये आज के दौर में बेरियाटिक सर्जरी एक वरदान साबित हो रही है, तथा यह सर्जरी अब तक केवल देश के गिने चुने महानगरों में ही संभव थी, परंतु अब यह बेरियाटिक सर्जरी गोंदिया में भी हो सकेगी, और इस सर्जरी के माध्यम से मोटापे को कम कर एक नए खुशहाल जीवन की ओर फिर से कदम बढ़ाया जा सकेगा।

प्रसिद्घ सर्जन, पूर्व में तीन बार जटिल ऑपरेशनों की सफलता के लिये लिम्का बुक ऑफ अवार्ड से पुरुस्कृत किये जा चुके बी.जे. हॉस्पिटल के प्रमुख चिकित्सक डॉ. विकास जैन के हाथों अब गोंदिया में बेरियाटिक सर्जरी हो सकेगी, और इसके लिये विगत दिनों पुणे के एलओसी हॉस्पिटल में एक विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर डॉ. विकास जैन ने बेरियाटिक सर्जरी करने की योग्यता हासिल कर ली है, जिससे कि अब गोंदिया, बालाघाट एवं आस पास के अनेक मोटापे से जुझ रहे लोगों को मोटापे की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा।

जैन ने बताया कि आज के समय में एैसे लोग जिनका मोटापा एक बड़ी बिमारी का कारण बन रहा है, और उससे उन्हें सरलता से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है, एैसे लोगों के लिये बेरियाटिक सर्जरी एक वरदान है। इस सर्जरी के माध्यम से जहां मोटापा कम किया जा सकता है, वहीं मोटापे के साथ शरीर में शुरु होने वाली बीपी, शुगर और हृदय रोगों की बिमारीयों को खत्म करने में सहायता भी मिलती है। डॉ. विकास जैन ने बताया कि इस सर्जरी में बहुत अधिक खर्च भी नहीं होता, और जटिल जीवन से छुटकारा भी मिल जाता है।
चार प्रकार की होती है सर्जरी..
डॉ. विकास जैन ने मोटापा कम करने के लिये बेरियाटिक सर्जरी के संदर्भ में बताया कि यह सर्जरी चार प्रकारों में विभक्त है, जिसमें १. स्टमक में बलुन डाल दिया जाता है, जिससे स्टमक में हमेशा पेट भरा भरा लगता है तो मरीज खुद से खाना कम खाता है। २. स्टमक में एक बैंड बांध दिया जाता है, जिसे बाहर से इन्फ्लेक्ट करके टाईट और ढीला कर सकते हैं, ये माईनर सर्जिकल मेजर्स हैं। ३. बेरियाटिक सर्जरी में स्लीव गेस्ट्रेक्टॉमी जिसमें स्टमक को छोटा कर दिया जाता है, और स्टमक की क्षमता १०० एमएल से कम कर दी जाती है, यह सबसे कॉमन सर्जरी होती है, और ४. मिनी गेस्ट्रीक बाईपास, इसमें स्टमक को छोटा कर दिया जाता है, और बाईपास करके छोटी आंत (आईलियम) से जोड़ दिया जाता है। इस सर्जरी को मेटाबोलिक सर्जरी भी कहते हैं, इससे डायबिटीज की बिमारी को दूर करने में सहायता मिलती है। इस प्रकार यह चार प्रकार की सर्जरी है, जिससे मोटापे से निजात मिल सकती है।

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