Tuesday, January 21, 2025
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मार्ग के लिए 20 सालों से 8 गांवों का संघर्ष

धानोली-बाह्मणी मार्ग बदहाल
गोंदिया : ग्रामीण क्षेत्र में मार्गों की हालत कैसी है, इसका अनुमान सालेकसा के धानोली व आमगांव के बाह्मणी को जोड़ने वाले 900 मीटर के मार्ग की हालत को देखकर लगाया जा सकता है. इस मार्ग की समस्या को लेकर पिछले 20 सालों से 7-8 गांवों के लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है.
सालेकसा तहसील के धानोली से आमगांव तहसील का बाह्मणी मार्ग आमगांव-देवरी महामार्ग क्र. 543 को जोड़ता है. इस 4 किमी के मार्ग में से 900 मीटर हिस्सा हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग के पास से रेलवे की जमीन से होकर गुजरता है. इसकी रेलवे की अनुमति के लिए पिछले 20 वर्ष तक संघर्ष चला. पिछले वर्ष रेलवे से अनुमति तो मिल गई लेकिन मार्ग का काम शुरू नहीं हुआ है. धनोली-बाह्मणी मार्ग यदि बनता है तो सालेकसा तहसील के गिरोला, दरबड़ा, धानोली, घोंसी, नानवा व आसपास परिसर के गांवों के नागरिक, छात्रों के लिए उनके गांव से आमगांव तहसील की दूरी सिर्फ 6 किमी हो जाएगी. इस समय करीब 15 किमी सालेकसा जाकर आमगांव आना पड़ रहा है. 20 वर्ष से धानोली के पूर्व सरपंच रतन टेंभरे का संघर्ष जारी रहा. उसके बाद पंस सदस्य अर्चना मडावी ने अपने प्रयास शुरू किए.

सालेकसा से आमगांव तहसील को जोड़ने वाले 4 किमी मार्ग में से 900 मीटर का मार्ग रेलवे के अनुमति के लिए लटका हुआ था. एक वर्ष पूर्व रेलवे की अनुमति मिल गई है. मार्ग का काम शुरू नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं.
अर्चना मडावी, पंस सदस्य, सालेकसा

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