भंडारा : विद्युत विभाग द्वारा चार दिन रात के समय तथा तीन दिन दिन में बिजली आपूर्ति किए जाने से किसानों के सामने सिंचाई को लेकर बड़ा संकट आन पड़ा है। उपलब्ध सिंचाई के संसाधनों के चलते तुमसर तहसील के किसानों ने बड़ी संख्या में धान व अन्य फसलें लगाई है। वहीं कुछ किसानों ने फल व सब्जी की फसलें लगाई है। लेकिन बिजली आपूर्ति ने सारा नियोजन बिगाड़ा है। तुमसर खेत परिसर में जंगली सुअर, बाघ, तेंदुएं की दहशत है। इस बीच विद्युत विभाग ने कृषिपंपों को सप्ताह में दिन व रात ऐसे दो अलग-अलग समय बिजली उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। चार दिन रात में तथा चार दिन दिन में बिजली आपूर्ति की जाती है। रात के समय गांव से दूर खेत में जाकर कृषिपंप शुरू करना किसानों के लिए खतरे से खाली नहीं है। वहीं फरवरी माह से ही गर्मी बढ़ने से फसलों को सिंचाई की आवश्यकता है। फसलों को पानी नहीं मिला तो किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। किसानों ने इस गंभीर समस्या पर जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने का आह्वान किया है।
कृषिमंत्री से दिन में बिजली आपूर्ति करने की मांग
गत कुछ सप्ताह में तुमसर तहसील में कई बार बाघ दिखायी दिया है। इससे किसानों में दहशत है। जंगली सुअरों का झुंड खेतों में भ्रमण करता है। तुमसर तहसील में हजारों हेक्टेयर में जंगल फैला है। इस जंगल में जंगली सुअरों की संख्या अधिक है। रात के समय सांप, बिच्छू आदि का डर बना रहता है। महावितरण कंपनी बिजली आपूर्ति बंद करती है। रात के बजाय दिन में कृषिपंपों को बिजली आपूर्ति करने की मांग पंचायत समिति के उपसभापति हीरालाल नागपुरे ने कृषिमंत्री से की है। किसानों ने महावितरण की नीति को लेकर रोष व्यक्त किया है।