घंटों तक ट्रेने आउटर पर खड़ी : यात्रियों को कब मिलेगा निजात
गोंदिया. गोंदिया रेलवे स्टेशन में ट्रेनों के आउटर में खडे रहने की समस्या से यात्रियों को निजात कब मिलेगी इसका जवाब किसी के पास नही हैं. घंटों तक ट्रेनों को गोंदिया रेल्वे स्टेशन से 4-5 किमी दूर आऊटर में बिना कारण खड़ा कर दिया जाता है. वहीं नागपुर मंडल के अन्य छोटे बड़े स्टेशनों में तीसरी लाइन का कार्य पुरा हो चुका है. गंगाझरी से चाचेर तक तीसरी लाइन बन चुकी है, जिसमें ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. उसी प्रकार गंगाझरी से दरेकसा तक का कार्य अधूरा है. वहीं डोंगरगढ़ से झारसुगुडा तक तीसरी लाइन पर परिचालन प्रारंभ हो चुका है. वहीं पीवीआर कंपनी हैदराबाद काम नहीं करना चाह रही है.
दुर्ग से डोंगरगढ़ के बीच बिछी तीसरी लाइन में पहली बार 130 किमी. प्रति घंटे के रफ्तार से ट्रेन चलाई गई. इस ट्रेन ने डोंगरगढ़ से दुर्ग के बीच 67.5 किमी. की दूरी महज 45 मिनट में तय की. इसकी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड और रेलवे सुरक्षा समिति को भेजी जाएगी. जहां से अनुमति मिलने के बाद आने वाले दिनों में तीसरी लाइन में भी सवारी ट्रेनें 130 किमी. प्रति घंटे की गति से दौड़ने लगेंगी. अभी तक तीसरी लाइन में डोंगरगढ़ से दुर्ग आने में मेमू पैसेंजर में 1.40 घंटे और एक्सप्रेस ट्रेनों में 1.09 घंटे लगते है. ट्रायल को मान्यता मिलने से एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों का और रेलवे का 15 से 20 मिनट समय बचेगा. बचे हुए समय का उपयोग अन्य ट्रेनों के परिचालन में किया जा सकेगा. इससे एक तरह जहां यात्रियों का समय बचेगा तो दूसरी ओर रेलवे के राजस्व में वृध्दि होगी.
तकनीकी खामी के कारण एक दिन पहले टेस्टिंग का काम असफल
130 किमी. गति से ट्रेन को दौड़ाने का ट्रायल लिया गया था. इस दौरान तकनीकी खामियां सामने आई. इसकी वजह से पहले दिन का ट्रालय असफल हो गया था. सीओसीआर की तकनीकी खामियों को दूर किया गया. कोचिंग यार्ड में उसका परफेक्शन देखा गया. इसके बाद ट्रैक का फायनल ट्रायल लिया गया. अब रेलवे बोर्ड को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी.
गोंदियावासियों की परेशानी जस की तस
नागपुर से गंगाझरी तर तीसरी लाइन का कार्य पूरा हो चुका है. वहीं डोंगरगढ़ से झारसुगुडा तक तीसरी लाइन पर परिचालन प्रारंभ हो चुका है. लेकिन अभी तक गंगाझरी से दरेकसा तक का कार्य अधूरा है. जिस कारण ट्रेनों को गोंदिया स्टेशन से 4-5 किमी दूर आउटर पर घंटों तक खड़ा कर दिया जाता है. जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गोंदियावासियों को इससे कब निजात मिलेंगी, ऐसा सवाल यात्री कर रहे है.