केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को दी 15 लाख मेट्रिक टन धान खरीदी की मंजूरी..
नागपुर। पूर्व विदर्भ के भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर, गड़चिरोली एवं नागपूर को देश में धान उत्पादक जिलों के रूप में जाना जाता है। यहाँ खरीफ और रबी सीजन में बड़ी मात्रा में धान की पैदावार होती है। परंतु इस वर्ष बीज, खाद, दवा की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, मजदूरी खर्च बढ़ने एवं डीजल के दरों में वृद्धि होने से किसानों को फसल में अधिक खर्च उठाना पड़ा। इसके अलावा बाढ़ का सामना करने से भारी आर्थिक संकट से भी गुजरना पड़ा है। ऐसे में इस क्षेत्र के किसानों को राज्य की किसान हितैषी शिंदे/फड़नवीस सरकार से सकारात्मक पहल को लेकर बड़ी उम्मीद थी।
इस मामले पर भंडारा-गोंदिया विधान परिषद क्षेत्र से विधायक डॉ. परिणय फुके ने पूर्व विदर्भ के किसानों को आर्थिक संकट से उभारने इस वर्ष 2022-23 खरीफ सीजन के धान पर बोनस देने की मांग मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र देकर की थी एवं सरकार ने किसानों के प्रति सकारात्मक पहल करते हुए नागपुर शीतकालीन अधिवेशन में निर्णायक भूमिका निभाने का आश्वासन दिया था।
इस वादे के अनुसार ही शिंदे-फड़नवीस सरकार ने धान उत्पादक किसानों के बोनस मामले पर सकारात्मक कदम उठाते हुए आज विधानभवन में धान पर बोनस देने की घोषणा कर वचनपुर्ति की। अब करीब जिले के 5 लाख धान उत्पादक किसानों को प्रति हेक्टेयर 15 हजार रुपये बोनस दिया जाएगा। ये मर्यादा 2 हेक्टयर तक रहेगी। बोनस ऑनलाइन प्रणाली द्वारा किसानों के बैंक खातों में जमा होगा।
गोंदिया-भंडारा जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. परिणय फुके ने सरकार द्वारा किसान के प्रति सकारात्मक पहल कर बोनस देने की वचनपुर्ति करने पर कहा कि, सरकार के इस घोषणा से पूर्व विदर्भ के धान उत्पादक किसानों को बड़ी राहत मिली है। मैं पूर्व विदर्भ के सभी धान उत्पादक किसानों की ओर से सरकार का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूँ।