जिला पणन अधिकारी ने की शिकायत
गोंदिया. तहसील के चुटिया की श्रीराम अभिनव सहकारी संस्था द्वारा खरीदा गया 28059.13 क्विंटल धान अभी तक जमा नहीं किया गया है. जिसकी जांच के लिए जिलाधीश चिन्मय गोतमारे ने तीन अधिकारियों की एक जांच समिति बनाई है और इस समिति से रिपोर्ट मांगी थी. जांच में श्रीराम अभिनव सहकारी संस्था ने 5 करोड़ 72 लाख 40 हजार 625 रु. का घोटाला सामने आया. जिसके तहत जिला पणन अधिकारी विवेक इंगले ने शहर थाने में शिकायत ही है.
श्रीराम अभिनव धान खरीदी संस्था गोंदिया तहसील के चुटिया में स्थित है और इस संस्था में चुटिया सहित क्षेत्र के कुछ गांवों के किसानों ने जून के महीने में खरीफ और रबी सीजन का धान बेचा था. लेकिन अभी तक किसानों को बेचे गए धान का भुगतान नहीं मिला है. उधर रबी सीजन में श्रीराम अभिनव धान खरीदी संस्था द्वारा खरीदा गया धान गोदाम में उपलब्ध नहीं रहने के कारण जिला पणन कार्यालय द्वारा उक्त किसानों को धान का भुगतान नहीं किया गया. इस पर किसानों ने कई बार जिला पणन अधिकारी को पत्र लिखकर बकाया भुगतान की मांग की. आखिरकार नाराज किसान 28 जुलाई को जिला विपणन अधिकारी कार्यालय पहुंचे और जिला पणन अधिकारी विवेक इंगले से मुलाकात कर बकाया के संबंध में जानकारी ली. इस बीच जिलाधीश चिन्मय गोतमारे ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की एक जांच समिति गठित की है और कमेटी को 11 अगस्त तक जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया था. जांच के दौरान श्रीराम अभिनव सहकारी संस्था मर्या. चुटिया के संचालक व कर्मचारियों ने 5 करोड़ 72 लाख 40 हजार 625 रु. का घोटाला किए जाने की बात सामने आई. जिसके तहत जिला पणन अधिकारी विवेक इंगळे शहर थाने में इसकी शिकायत दर्ज की है. जांच पुलिस निरीक्षक सूर्यवंशी कर रहे हैं.
इनके खिलाफ मामला दर्ज
श्रीराम अभिनव सहकारी समिति के संचालक मोहन राणे, लक्ष्मीचंद रहांगडाले, सेवक शेंडे, चिमातन तुरकर, छोटेलाल गौतम, केदारनाथ देशमुख, माधेराव देशमुख, भागचंद राणे, उमा राणे, अनुबाई वट्टी, गीगमदास गौतम आदि 11 संचालक और कंप्यूटर ऑपरेटर मनीष वैष्णव, ग्रेडर दिनेश चव्हाण, केंद्र प्रमुख और ग्रेडर खुमेश राणे, शिशुपाल पटले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.