विभिन्न मांगों का समावेश
गोंदिया. महाराष्ट्र राज्य स्वतंत्र विद्युत संविदा श्रमिक संघ की ओर से महावितरण के मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने अपने विभिन्न मांगो को लेकर अनशन किया गया.
महावितरण संविदा बिजली कर्मियों का शोषण कर रहा है. अक्सर चर्चा के बाद मांगों को ज्ञापन सौंपा गया. लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया. इसलिए 16 अक्टूबर को महाराष्ट्र राज्य स्वतंत्र विद्युत संविदा श्रमिक संगठन की ओर से जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र बोरकर के नेतृत्व में रामनगर में मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने एक दिवसीय आंदोलन किया गया. महावितरण सरकार परिपत्र को लागू नहीं करती है. सीनियर अभ्यर्थियों को बाहर कर जूनियर अभ्यर्थियों को काम पर रखने, वेतन रसीद नहीं देने, अनुभव प्रमाण पत्र मांगने पर भी नहीं देने, समय पर पारिश्रमिक नहीं देने आदि मांगों को लेकर आंदोलन किया गया. इस अवसर पर धर्मेंद्र बोरकर, देवेंद्र लटये, वीरेंद्र सोनवाने, सुशांत सिंगोले, विकास मनोहर, देवीदास सोनुले, समीप चौहान, राजेश पटले, नितिन गजभिये, राजकुमार ठकरेले, गौरीशंकर सोनवाने, जगदीश बरबटे, कमलेश मेश्राम, राजकुमार बिसेन, युवराज कांबलकर, अशोक बिसेन, जागेश्वर मेश्राम, शैलेश राऊत, जीतेंद्र मेंढे, रमेश मुरकुटे, अमित पंचभाई, श्याम राऊत, विनोद कोहले, अमृतलाल दिहारी, अरविंद्र मेश्राम, चेतन उके, चंद्रशेखर शहारे आदि उपस्थित थे.
संविदा विद्युत कर्मियों का अनशन
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