नंगपुरा मुर्री का मामला : न्याय नहीं मिलने पर चुनाव का बहिष्कार
गोंदिया. बिल्डर ने उस प्लॉट पर प्लॉटिंग कर दी जो पिछले कई सालों से सार्वजनिक रास्ते के रूप में इस्तेमाल किया जाता था और जिसे सरकार ने सरकारी दस्तावेज में लिखा था. अब यह बेचने भी निकाल दिया गया. जिससे गांव के नागरिकों का रास्ता बंद हो गया. नंगपुरा (मुर्री) के नागरिकों का आरोप है कि राजस्व विभाग के कुछ लोगों ने भी बिल्डर की मदद की. मामले का तुरंत निपटारा किया जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, अन्यथा लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी नागरिकों द्वारा दी गई.
गोंदिया नगर परिषद के अंतर्गत वार्ड क्र. 16 में आने वाले नंगपुरा मुर्री में नीरज रमेश अग्रवाल नाम का एक व्यक्ति ने तसा क्र. 42 में सर्वे क्र. 168, 152 और 153 यह समूह को एक साथ समूहित किया गया और प्लॉट किया गया. सर्वे क्र. 165 सड़क सर्वे है. पौधारोपण के लिए उस क्षेत्र को भी एनए क्षेत्र में शामिल किया गया था. इस स्थान का उपयोग सार्वजनिक सड़क के रूप में किया जा रहा था. इसका जिक्र सरकारी दस्तावेज में भी है. लेकिन राजस्व विभाग के कुछ लोगों ने नीरज अग्रवाल से हाथ मिला लिया और उस सड़क के निर्माण में बाधा डाल दी गई. ऐसे में अब नागरिकों के आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है. सड़क की जगह खाली होनी चाहिए. बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई और दोषी राजस्व अधिकारी को निलंबित करने की मांग को लेकर कई बार पत्राचार किया गया. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्थानीय नागरिकों ने इस मामले में तत्काल निर्णय लेकर ग्रामीणों को सड़क उपलब्ध कराने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. इसके लिए 15 मार्च को उन्होंने जिलाधीश कार्यालय तक मोर्चा निकाल कर जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है.
जमीन डेवलपर ने सरकारी रास्ता ही निकाला बेचने
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