गोंदिया. महाराष्ट्र की पावन भूमि गोंदिया है. हम हनुमान जी को बलशाली व सुपर मेन के रुप में जानते है. लेकिन हनुमान जी शांति की साधना है. वह शक्ति को समग्र रुप से लेकर शांति से रखते है. मै कोई कथाकार नहीं हु. में पहले विज्ञान पढ़ा हु और विद्यार्थियों को विज्ञान पढ़ा शकता हु. में पांच वर्ष में एक बार कथा करता हुं. गोंदिया-भंडारा जिले के युवाओं को हनुमान जी से प्रेरणा लेनी चाहिए. गोंदिया में 21 दिसंबर से तीन दिनों तक हनुमंत कथा का आयोजन किया गया है. इस दौरान में विद्यार्थियों को तनाव से मुक्तता के बारे में मार्गदर्शन करने वाला हुं. बल ही महत्वपूर्ण नहीं है. विवेक बिना कुछ प्राप्त नहीं होता. हनुमान जी ने लंका को आग लगा दी. लेकिन उसके बाद वह शांत रहे. उसी तरह डिप्रेशन मुक्त जीवन जीने के लिए हनुमंत कथा का लाभ उठाए, ऐसे विचार वृदांवन के आनंदम धाम ट्रस्ट के पीठाधीश्वर सद्गुरु श्री ऋतेश्वरजी महाराज ने 20 दिसंबर को आयोजित एक चर्चा के दौरान रखे.
इस बीच सांसद प्रफुल पटेल ने कहा कि पीठाधीश्वर सद्गुरु श्री ऋतेश्वरजी महाराज से नागपुर-रायपुर मार्ग पर एक मुलाखात हुई थी. इस बीच लगा की वह एक तपस्वी गुरुदेव है. वहीं मेरे स्मरण में गुरुदेव आते थे. उनका मोबाइल नंबर मेरे पास था. लेकिन उनका नंबर बदल जाने से वह नंबर नहीं लग रहा था. ऐसे 8-9 वर्ष निकल गए. इसी बीच दिल्ली में आयोजित एक शादी में उनके साथ मेरी मुलाखात हुई. यह एक योगा-योगा था, जहां उनका मुझे आशिर्वाद प्राप्त हुआ. उनका वृंदावन में स्थित आश्रम सामान्य है. वह एक पावन भूमि है. इस अवसर पर पीठाधीश्वर सद्गुरु श्री ऋतेश्वरजी महाराज, सांसद प्रफुल पटेल, पूर्व विधायक राजेंद्र जैन सहित अन्य उपस्थित थे.
डिप्रेशन मुक्त जीवन जीने के लिए हनुमंत कथा का लाभ उठाए : पीठाधीश्वर सद्गुरु श्री ऋतेश्वरजी महाराज
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