गोंदिया. जिले में धान खरीदी केंद्रों में घोटाले होने के मामले इसके पूर्व कई बार उजागर हुए है अब और एक मामला घोटाले का सामने आने से धान खरीदी केंद्र संचालकों में हड़कंप मच गया है। गोरेगांव तालुका सहकारी खरीदी बिक्री समिति के तीन केंद्रों में एक करोड़ 43 लाख 72 हजार रूपए का घोटाला सामने आया है। गोरेगांव पुलिस ने इस मामले में 5 केंद्र प्रमुख व ग्रेडरों के खिलाफ मामले दर्ज किए है। जिनमें से 4 आरोपियों को पुलिस ने 30 मार्च को हिरासत में ले लिया है।
बता दें कि गोंदिया जिले में धान की फसल अधिक होने से धान समर्थन मुल्य पर शासन मान्यता प्राप्त धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान की खरीदी की जाती है। लेकिन अक्सर समाचार पत्रों में पड़ा जाता है कि धान खरीदी केंद्रों में घोटाले किए जा रहे है। गोरेगांव तहसील सहकारी खरीदी बिक्री समिति मर्या. द्वारा तहसील में धान खरीदी केंद्र चलाए जा रहे है। लेखा परीक्षण में करोड़ों रूपए की अफरातफरी होने का मामला सामने आया है। बताया गया है कि धान खरीदी केंद्र गोदेखारी के केंद्र प्रमुख रमेश राजाराम वट्टी, ग्रेडर धर्मेंद्र अनिरूद्ध वट्टी, सर्वाटोला केंद्र प्रमुख मयुर देवकन हरिणखेड़े, गोंदेखारी धान खरीदी केंद्र प्रमुख चंद्रशेखर बोपचे व ग्रेडर सुदर्शन तोफसिंग ठाकुर इन्होने 1 करोड़ 43 लाख 72 हजार 310 रूपए की अफरातफरी की है। इस तरह की बात लेखा परीक्षण में सामने आते ही इस मामले की शिकायत सहकार आयुक्त व निबंधक सहकारी संस्था के लेखा परीक्षण अधिकारी हेमंतकुमार बिसेन ने गोरेगांव पुलिस थाने में 29 मार्च को दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि उपरोक्त आरोपियों ने वर्ष 2022-23 खरीप धान की बिक्री का लेखा परीक्षण वर्ष 2023-24 में किया गया। जिसमें यह बात सामने आई कि गोरेगांव तालुका सहकारी खरीदी बिक्री समिति द्वारा संचालित शासकीय आधारभूत धान खरीदी केंद्र गोंदेखारी, सर्वाटोला, कालीमाटी के करार नुसार धान मिलर्स को धान कम देकर स्वहित के लिए 1 करोड़ 43 लाख 72 हजार 310 रूपए की अफरातफरी की है। शिकायत के आधार पर उपरोक्त सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 406, 34 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया है। जानकारी मिली है कि इस मामले में गोरेगांव पुलिस ने 4 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। मामले की जांच पुलस निरीक्षक अजय भुसारी द्वारा की जा रही है।