गोंदिया. रेलवे पुलिस अधीक्षक नागपुर का कार्यभार संभालने के बाद से मंगेश शिंदे ने परिवर्तन किए हैं. साथ ही, रेल यात्रियों की खोई हुई महंगी वस्तुओं के लिए तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल शुरू किया गया है और उनमें से एक CEIR पोर्टल है, जो यात्रियों के लिए उनके खोए हुए मोबाइल फोन की ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा उपलब्ध कराता है, जिस पर यात्री अपने खोए हुए मोबाइल हैंडसेट की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं. लेकिन, रेलवे पुलिस को प्राप्त गुमशुदा मोबाइल के मामले शिकायत पोर्टल पर दर्ज न होने के कारण, शिकायतकर्ताओं को मोबाइल फोन वापस करने में समस्या आ रही थी. पुलिस अधीक्षक ने नागपुर रेलवे को जिले के सभी पुलिस थानों को वर्ष 2024 व 2025 के गुमशुदा मोबाइल के मामलों को शत-प्रतिशत भरने का आदेश दिया है और 2024 से आज तक रेलवे पुलिस ने गुमशुदा मोबाइल फोन को मूल स्वामी को वापस करना शुरू कर दिया है. गुम हुए मोबाइल मामलों में अधिकांश मोबाइल फोन अन्य राज्यों में सक्रिय हैं और गोंदिया रेलवे पुलिस से बात करके और उन्हें स्थानीय पुलिस थाने में जमा करके और पास के पुलिस थाने से एक टीम भेजकर मोबाइल हैंडसेट को प्राप्त कर दी गई. इनमें से गुम हुए 35 मोबाइल मामले में से 15 मोबाइल फोन मूल मालिक को वापस कर दिए गए. यह कार्रवाई रेलवे पुलिस पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे, अपर पुलिस अधीक्षक दत्ताराम राठोड, उपविभागीय अधिकारी पांडुरंग सोनवाने के आदेश पर प्रभारी अधिकारी सुनिल उईके, हवलदार अरुण गोंदोले, विनोद खोब्रागडे, कृणाल गिरनतवार, शरीकांत घरोटे, अखिलेश रॉय, नितेश मेंढे, गिरीश राऊत ने की.
रेलवे पुलिस ने लापता 35 मोबाइल में से 15 मोबाइल लौटाए
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