गोंदिया. सरकारी कार्यों के बिलों का भूगतान नहीं होने के कारण अनेक शासकीय ठेकेदारों की आर्थिक परिस्थिती कमजोर हो चुकी है। जिससे परेशान होकर ठेकेदार आत्महत्या का कदम उठा रहे है। जुलाई 2025 में इसी तरह का एक मामला सामने आया था। 35 वर्षिय ठेकेदार ने बकाया बिल नहीं मिलने के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसी तरह का एक मामला गोंदिया में भी सामने आया है। लक्ष्मी कंट्रक्शन कंपनी के संचालक 68 वर्षिय लक्ष्मीकांत दौलत बारेवार ने 2023 में 33 करोड़ पौधारोपण योजना के तहत रोपण का कार्य किया था। जिसका बिल 2 करोड़ रूपए मंजूर किया गया, लेकिन अभी तक ठेकेदार लक्ष्मीकांत बारेवार को सरकार द्वारा नहीं दिया गया है। जिस कारण वे आर्थिक तंगी से परेशान हो गए और परेशान होकर आत्मदहन करने की चेतावनी दी है। इस तरह का पत्र भी लक्ष्मीकांत बारेवार ने जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री फडणवीस, सांसद प्रफुल पटेल, विधायक विजय रहांगडाले व परिणय फुके को भी दिया है।
इस संदर्भ में लक्ष्मी कंट्रक्शन के संचालक लक्ष्मीकांत बारेवार ने जानकारी देते हुए बताया कि 33 करोड़ वृक्षारोपण योजना के तहत 2019 में देवरी, आमगांव, सालेकसा व तिरोड़ा में लगभग 40 हजार पौधों का रोपण करने का सरकारी कान्ट्रैक्ट सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग के माध्यम से दिया गया था। 2019 से 2023 तक पौधारोपण कर उनका संवर्धन किया गया। उसके बाद सभी पौधों को वन विभाग को हस्तांतरित किया गया। जिसका बिल 2 करोड़ रूपए मंजूर किया गया। लेकिन अभी तक बिल का भूगतान नहीं किया गया है। जब इस संदर्भ में सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग से संपर्क किया जाता है तो विभाग का कहना है कि बिल की मांग शासन स्तर पर की है। बिल की राशि आते ही भूगतान किया जाएगा। लेकिन अभी तक भूगतान नहीं होने के कारण आर्थिक संकट आन पड़ा है। जिस काम के लिए बैंकों से कर्ज लिया गया है अब बैंक कर्ज वसूली के लिए बार-बार पत्र भेज रही है। कर्ज भरने के लिए राशि नहीं होने के कारण बैंक का कर्ज अदा कर पाना असंभव हो रहा है। अब तो बैंक प्रशासन ने घर निलामी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जिसे परेशान होकर आत्मदहन करने की इच्छा ठेकेदार लक्ष्मण बारेवार ने दर्शायी है और उन्होने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने 10 नवंबर के पूर्व बिल का भूगतान नहीं किया तो 10 नवंबर को आत्मदहन किया जाएगा। इस तरह का पत्र भी जिलाधिकारी तथा उपरोक्त सभी मंत्री, सांसद व विधायकों को दिया है। इस तरह की जानकारी पीड़ित ठेकेदार लक्ष्मीकांत बारेवार ने दी है।
जन्मदिन के दिन ही करेंगे आत्मदहन
लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन कंपनी को शासन द्वारा पौधारोपण का काम दिया गया था। जिसे 2019 में पूर्ण किया गया और उसका संवर्धन 2023 तक कर पौधों को वन विभाग को हस्तांतरित किया गया। इस काम का बिल 2 करोड़ रूपए होता है। काम करने के लिए बैंकों से कर्जा लिया गया था। लेकिन भूगतान नहीं होने के कारण बैंक द्वारा कर्ज वसूली के लिए परेशान किया जा रहा है। वहीं कई बार विभाग से संपर्क कर बिल देने की मांग की गई। लेकिन हमेशा जवाब दिया जाता है कि शासन से निधी प्राप्त नहीं हुई है। अब तो बैंक ने मकान नीलामी करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जिससे परेशान होकर मैने अपने जन्मदिवस पर 10 नवंबर को आत्मदहन करने का निर्णय लिया है। इस तरह का पत्र भी मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, जिलाधिकारी को दिया है।
लक्ष्मीकांत बारेवार संचालक, लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन कंपनी






