कुआढांस नाले पर बांध नहीं बनने से किसानों की बढ़ी परेशानी
गोंदिया : सालेकसा तहसील के कुआढांस नाले पर बांध का निर्माण नहीं होने की वजह से 20 गांवों के किसानों को अपने खेतों की सिंचाई से वंचित रहना पड़ रहा है.
आदिवासी बहुल व नक्सल दृष्टि से अतिसंवेदनशील मानी जाने वाली तहसील की 80 प्रश. से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है. यहां के लोग खेती के साथ पूरक व्यवसाय से जुड़े हुए हैं. तहसील की जनसंख्या के लिहाज से खेती के लिए सिंचाई की व्यवस्था होना अनिवार्य हैं. लेकिन तहसील के कुछ सिंचाई प्रकल्पों को मंजुरी मिल जाने के बावजूद भी काम शुरू नहीं किया गया है. प्रकल्पों का काम अधूरा पड़ा हुआ है. कुआढास नाले को सिंचाई की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस नाले पर नवाटोला गांव के पास बांध निर्माण के लिए तत्कालीन युति सरकार को वर्ष 2017-18 में जलसंपदा विभाग की ओर प्रस्तावित किया गया था. सरकार की मंजूरी के बाद वर्ष 2018-19 में काम शुरू हो गया था. लेकिन सत्ता परिवर्तन की वजह से अचानक काम बंद हो गया. बांध निर्माण काम बंद हो जाने से तहसील की 6-7 ग्राम पंचायतों के करीब 15-20 गांवों की सैकड़ों हेक्टेयर जमीन सिंचाई से वंचित है. यदि इस प्रकल्प का काम पूरा कर लिया जाए तो 15 से 20 गांवों की सैकड़ों हेक्टेयर जमीन सिंचित हो सकेगी और क्षेत्र के किसानों को बारमाही रोजगार उपलब्ध हो सकता है. लेकिन इन दिशा में राजनीतिक इच्छा शक्ति का अभाव दिखाई रहा है. ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है.
पालकमंत्री को सौंपा ज्ञापन
सालेकसा तहसील के नवाटोला गांव के पास कुआढांस नाले के बांध का काम पूरा करने तथा 15 से 20 गांवों के सैकड़ों हेक्टेयर को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर मुरकुटडोह में पुलिस मदद केंद्र के लोकार्पण के लिए आए जिले के पालकमंत्री मुनगंटीवार को भाजपा के प्रदेश सदस्य शंकर मडावी ने ज्ञापन भी सौंपा है.