पद रिक्त होने से नगर परिषद की टेंशन बढ़ी
गोंदिया. गोंदिया शहर की आबादी करीब दो लाख है. वहीं शहरवासियों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने और शहर के विकास कार्यों की जिम्मेदारी नगर परिषद प्रशासन की है. लेकिन नगर परिषद के लोक निर्माण विभाग में अभियंतांओं के पद रिक्त है. शहर के विकास कार्यों का भार सिर्फ 3 अभियंतांओं के कंधों पर थोप दिया गया है. इसलिए देखा जा रहा है कि शहर के विकास कार्यों की योजना समय पर नहीं बन पा रही है.
2011 की जनगणना के अनुसार गोंदिया नगर परिषद की जनसंख्या 1 लाख 31 हजार है. लेकिन वर्तमान में यह आबादी दो लाख तक पहुंच गई है. लगभग 5 किमी दूरी पर गोंदिया शहर स्थित है. नगर परिषद में 22 वार्ड हैं. इस वार्ड के विकास की जिम्मेवारी नप प्रशासन पर है. इस बीच मात्र 3 अभियंता ही कार्यरत हैं, जबकि नगर परिषद लोक निर्माण विभाग में अभियंताओं के 7 पद स्वीकृत हैं. काम की अधिकता के कारण 3 अभियंता समय पर शहर के विकास कार्यों का प्लान तैयार नहीं कर पा रहे हैं. इसके चलते शहर में कई विकास कार्य रुके हुए हैं और पिछले कई वर्षों से कोई नया विकास कार्य नहीं हुआ है. लेकिन सरकार ने इन पदों को भरने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है. वर्तमान में कार्यरत तीन अभियंतांओं में से एक इंजीनियर अगले 3 से 4 महीने में रिटायर हो जाएगा और उसके बाद पूरे शहर का भार सिर्फ दो अभियंतांओं पर होगा. लेकिन शहर के विकास कार्यों का ढिंढोरा पीटने वाले जन प्रतिनिधियों द्वारा इसे नजरअंदाज किया जा रहा है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है.
तीन अभियंतांओं पर शहर के विकास की जिम्मेदारी
RELATED ARTICLES