गोंदिया. जिन व्यापारियो के पास धान खरीदी का लाइसेंस है वहीं व्यापारी किसानो का धान खरीदी सकता है। लेकिन अनेक व्यापारी बगैर लाइसेंस से अवैध रूप से धान की खरीदी कर रहे है। ऐसे व्यापारियों पर गोरेगांव कृषि उपज मंडी प्रशासन द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है। अधिकारी व कर्मचारियों की टीम तैयार कर तहसील के ग्रामीण क्षेत्रो में जाकर जांच अभियान भी शुरू कर दिया गया है।
बता दें कि जिले में हलके धान की फसलो की कटाई शुरू होकर धान की खरीदी-बिक्री का व्यवहार शुरू हो चुका है। शासकीय धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने के कारण किसान धान व्यापारियो को अल्प दाम पर धान बेचने को मजबुर हो गए है। लेकिन कुछ धान के व्यापारी बगैर लाइसेंस से धान की खरीदी कर रहे है। ऐसे अवैध धान खरीदी करने वाले व्यापारियो पर कार्रवाई करने के लिए गोरेगांव कृषि उपज मंडी प्रशासन ने पैनी नजर रखना शुरू कर दिया है। इस संदर्भ में कृषि मंडी प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई कि धान खरीदी की लाइसेंस कृषि मंडी प्रशासन द्वारा दी जाती है। गोरेगांव तहसील में वर्तमान में 73 व्यापारियो को खरीदी का लाइसेंस दिया गया है। यही व्यापारी धान की खरीदी कर सकते है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो में अवैध रूप से धान की खरीदी की जाने की खबरे आ रही है। जिसे देखते हुए गोरेगांव कृषि उपज मंडी प्रशासन ने अवैध धान खरीदी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए योजना तैयार कर ली है।
जांच अभियान शुरू किया जाएगा
गोरेगांव कृषि उपज मंडी द्वारा 73 व्यापारियो को धान खरीदी की लाइसेंस दी गई है। जिनके पास धान खरीदी करने का लाइसेंस नहीं है वे धान की खरीदी नहीं कर सकते। जल्द ही अवैध धान खरीदी करने वालो की जांच शुरू की जाएगी। अवैध धान खरीदी करते पाए जाने पर उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
– पुरूषोत्तम बोपचे, निरीक्षक, कृषि उपज मंडी, गोरेगांव






