एक सप्ताह से जोरदार बारिश नहीं
गोंदिया. इस वर्ष वर्षा का मृग नक्षत्र सूखा गया है. इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र में बारिश ने जिले में जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई. अत: जून माह की औसत वर्षा पूरी हो गई. इस बीच किसानों ने अपने खेतों में धान की फसल की बुआई की. पिछले सप्ताह तक जिले में झमाझम बारिश होने से किसानों ने रोपाई भी शुरू कर दी. लेकिन पिछले छह-सात दिनों से जिले में बारिश कम हो गई है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है और कई किसानों के खेतों में रोपनी का काम बाधित हो गया है. परिणामस्वरूप जिले में अब तक सिर्फ 55.62 प्रश. ही रोपाई हो सकी है.
जुलाई माह की शुरुआत में हुई बारिश के बाद पुष्य नक्षत्र से जिले में बारिश लौट आई है. लेकिन बारिश पुनर्वसु नक्षत्र के मेंढक की तरह उछलने लगी है जो अभी चल रहा है. इसलिए जिले में वर्षा दर्ज की जाती है, लेकिन स्थिर वर्षा नहीं होती है. परिणामस्वरूप कृषि के लिए वर्षा जल की कमी हो गई है. इसके कारण कई किसानों ने अपने खेतों में रोपाई का काम रोक दिया है. पिछले सप्ताह जिले के पांच तहसिलों में भारी वर्षा दर्ज होने के बाद भी जिले में ज्यादा वर्षा नहीं हुई. जिले में चल रही बारिश में औसत बारिश के आंकड़े तक पहुंचते देखा जा रहा है. लेकिन कृषि कार्य के लिए यह पर्याप्त नहीं है. इसके चलते किसानों को न चाहते हुए भी अपने खेतों में रोपाई का काम बंद करना पड़ रहा है. जिले में किसानों द्वारा किए गए रोपाई के ग्राफ पर नजर डालें तो 1 लाख 80 हजार 997.30 हेक्टेयर में खरीफ की खेती हो रही है और 18 हजार 509.40 हेक्टेयर में नर्सरी लगाई गई है. जबकि 94 हजार 507.22 हेक्टेयर क्षेत्र में अभी तक रोपाई कार्य पूरा हो चुका है, 6 हजार 168.40 हेक्टेयर क्षेत्र आवत्या डाला गया है. कुल मिलाकर अब तक कुल 1 लाख 675.62 हेक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. जिसका प्रतिशत 55.62 है.
किसानों को घबराना नहीं चाहिए
कई किसानों ने रोपनी शुरू कर दी है. जिनके पास सिंचाई की सुविधा है. उन किसानों के खेतों में रोपाई का काम पूरा हो चुका है और कुछ अंतिम चरण में है. लेकिन बारिश ने किसानों की चिंता जरूर बढ़ा दी है. जिससे किसानों को घबराना नहीं चाहिए और धैर्य रखना चाहिए.
हिंदूराव चव्हाण, जिला कृषि अधीक्षक अधिकारी, गोंदिया