टाइगर मॉनिटरिंग कैमरे की चोरी
गोंदिया : नवेगांव-नागझिरा टाइगर (एनएनटीआर) व्याघ्र प्रकल्प में कुछ दिन पहले दो बाघिन छोड़ी गई थी. इसलिए राज्य में पर्यटकों की निगाहें इस ओर गई हैं और आजकल नवेगांव-नागझिरा बाघ देखने का महत्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है. इसके बावजूद जिले के वनों में चोरी की बढ़ती घटनाओं से एनएनटीआर सहित जिले के वन्य जीवों के साथ-साथ वन संपदा को खतरा तो नहीं है? ऐसा प्रश्न उठ रहा है. इसका प्रमाण जिले के डोंगरगांव वन्यजीव क्षेत्र स्थित कोहमारा के ढोलीगोटा नाला वन क्षेत्र से टायगर मॉनिटरिंग कैमरे की चोरी की घटना से मिलता है जो एनएनटीआर के कोर जोन में है. कैमरे में क्या कैद था? कैमरा चोरी करने के पीछे क्या उद्देश्य है? ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं.
गोंदिया जिले का अधिकांश भाग वनों से आच्छादित है और (एनएनटीआर) नागझिरा नवेगांवबांध टाइगर रिजर्व व्याघ्र प्रकल्प जिले के वन्यजीव और वन संसाधनों के लिए आकर्षण का केंद्र है. हाल ही में राज्य के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उपस्थिति में दो बाघिनों को जिले के जंगल में छोड़ा गया था. इनमें टी-1 बाघिन जिले में विचरण कर रही है. अभी यह खबर ताजा ही थी कि डोंगरगांव सहवन क्षेत्र में बाघ की निगरानी के लिए वन विभाग द्वारा लगाये गये सी 1 कडी बैक प्रोफेशनल कलर टैप कैमरा की चोरी की घटना हो गई. इस मामले में देवरी पुलिस में चोरी का मामला दर्ज किया है. वैसे तो चोरी हुए कैमरे की कीमत 10 से 12 हजार रु. है. लेकिन बाघ की निगरानी के लिए लगाए गए उस कैमरे में वास्तव में क्या कैद हुआ था? यह वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक प्रश्न है. क्या क्षेत्र में अवैध शिकार हो गया है? क्या जिले में सक्रिय गिरोह ने लकड़ी चोरी किए? क्या सबूत मिटाने के लिए कैमरा चुराया गया था? ऐसे कई सवाल अनुत्तरित हैं. पिछले कुछ महीनों में काला तेंदुआ अवैध शिकार मामले में एक सक्रिय गिरोह की गिरफ्तारी के बाद एक और गिरोह आ तो नहीं गया? यह अहम मुद्दा वन्यजीव प्रेमियों द्वारा उठाया जा रहा है. वन्यजीव प्रेमियों को डर है कि बाघों की निगरानी के लिए लगे प्रोफेशनल कलर टैप कैमरे के चोरी हो जाने से वन्य जीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा.
वन विभाग संदेह के घेरे में
सूत्र की जानकारी के अनुसार देवरी तहसील में लग्जरी कारों में लकड़ी की तस्करी की चर्चा सामने आई है. जबकि वन क्षेत्र में लगे वन विभाग के कैमरे चोरी होने से वन विभाग भी संदेह के घेरे में आ रहा है.
मामला गंभीर, संज्ञान लेंगे
घटना की पूरी जानकारी हमारे पास नहीं है. लेकिन घटना काफी गंभीर है और संबंधित सहायक वन संरक्षक व वन परिक्षेत्र अधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए जाएंगे और में खुद इस मामले की जांच करूंगा.
पवन जेफ, उप संचालक, नवेगांव-नागझिरा