अध्यक्ष भोजराम रहेले, उपाध्यक्ष राकेश लंजे
गोंदिया : अर्जुनी मोरगांव तहसील में सहकारी क्षेत्र में काफी प्रतिष्ठित मानी जाने वाली लक्ष्मी सहकारी राइस मिल के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में एनसीपी ने अपनी पकड़ मजबूत कर सत्ता स्थापित कर ली है. एनसीपी के भोजराम रहेले अध्यक्ष व राकेश लंजे उपाध्यक्ष चुने एग हैं.
लक्ष्मी सहकारी राइस मिल का चुनाव 20 मई को संपन्न हुआ था और मतदान के तुरंत बाद मतगणना की गई थी. इस चुनाव में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी के माध्यम से चुनाव लड़ा गया था. तो भाजपा ने भी इस चुनाव में अपनी ताकत झोंक दी. 13 संचालक पद के लिए हुए इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी से कांग्रेस के 6 और राकांपा के 6 उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे. भाजपा पैनल का एकमात्र उम्मीदवार निर्वाचित हुआ था. अतः इस संस्था पर महाविकास अघाड़ी का निर्विवाद बहुमत स्थापित हो गया. 1 जून को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई थी. जैसा कि महाविकास अघाड़ी के पास स्पष्ट बहुमत है, इसलिए यह चुनाव निर्विरोध होगा, ऐसी भविष्यवाणी की गई थी. लेकिन कांग्रेस और एनसीपी समय पर एक समझौते पर नहीं आ सके. अंत में चुनाव आयोजित किया गया. अध्यक्ष पद के लिए राकांपा से भोजराम रहेले ने, कांग्रेस से प्रमोद पाऊलझगडे ने, तो उपाध्यक्ष पद के लिए राकांपा से राकेश लंजे ने और कांग्रेस से विनोद गहाने ने नामांकन दाखिल किया. अध्यक्ष पद के लिए भोजराम रहेले को 7 और प्रमोद पौलजगड़े को 5 वोट मिले. जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए राकेश लंजे को 7 और विनोद गहाने को 5 वोट मिले. जबकि कांग्रेस और राकांपा के 6-6 उम्मीदवार थे. कांग्रेस की महिला संचालक मतदाता ने सही समय पर चुनावी प्रक्रिया से नाम वापस ले लिया और भाजपा के एकमात्र संचालक मतदाता ने राकांपा के उम्मीदवारों को वोट दिया. अंत में राकांपा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के दोनों उम्मीदवार निर्वाचित हुए. इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी की नाकामी को लेकर तहसील में चर्चा चल रही है.
एनसीपी के कब्जे में लक्ष्मी राइस मिल
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