गोंदिया : अर्जुनी मोरगांव तहसील के केलवद के जिला परिषद प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक का स्थानांतरण हो गया है. चार कक्षाओं की जिम्मेदारी एक ही शिक्षक पर है. यह एका आत्म विश्लेषणात्मक सवाल है कि एक शिक्षक प्रशासनिक कार्य के साथ विद्यार्थियों को कितनी शिक्षा दे सकता है. इसी कारण केलवद के ग्रामीण भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं.
केलवद में जिला परिषद प्राथमिक विद्यालय है. यहां पहली से चौथी तक कक्षाएं है और छात्रों की संख्या 41 है. दो शिक्षकों की आवश्यकता है और वर्तमान में यहां केवल एक शिक्षक कार्यरत है. एक शिक्षक की कमी है. कार्यरत शिक्षक आर.डी. साखरे प्रधानाध्यापक का प्रभार संभाल रहे हैं. इस कारण उनके सामने यह प्रश्न खड़ा हो गया है कि वे शिक्षा कार्य करें या शासकीय कार्य. उन्हें सभी विद्यार्थियों को एक ही कक्षा में बैठाकर शिक्षा कार्य के साथ सरकारी काम करना पड़ रहा है. प्रधानाध्यापक के सामने यह सवाल भी खड़ा हो रहा है कि वे कौनसी कक्षा को कौनसा विषय पढ़ाएं. यदि छात्रों को अलग-अलग कक्षाओं में रखा जाता है, तो अन्य कक्षाओं में शोर-शराबा शुरु हो जाता है और यदि सरकारी कार्य जारी रखा जाता है, तो छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होता है. स्कूल प्रबंधन समिति और ग्रामीण का कहना है कि एक शिक्षक सरकारी काम करेगा या छात्रों को पढ़ाएगा. स्कूल प्रबंधन समिति, अभिभावक वर्ग और ग्रामीणों ने इस समस्या का जल्द से जल्द निवारण करने की मांग की है. इस संबंध में पंस के गटविकास अधिकारी, जिप उपाध्यक्ष व शिक्षा समिति के सभापति यशवंत गणवीर को मौखिक रूप से जानकारी दी गई है. लेकिन अबतक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया हैं.
केलवद के जिप शाला में 4 कक्षाओं के लिए एक शिक्षक
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