गोंदिया. शिक्षा के क्षेत्र में लडकी से ज्यादा तेजी से लड़किया आगे निकलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे सार्थकता प्रदान कर रही है. इसका अनुपम उदाहरण गोंदिया की एक छात्रा स्वर्णा नायडु ने प्रस्तुत कियाहै. गोंदिया छोटे बंधु साइंस कॉलेज से विज्ञान स्नातक की पढाई उच्चांक से पूरी करने के बाढ़ स्वर्णा ने भोपाल के भारत सरकार की महाविद्यालय आई.आई.एस.ई.आर. से रसायनशास्त्र में एमएस. की परीक्षा प्राविण्यता से पारित की. स्वर्णा के भौतिक रसायनशास्त्र क्षेत्र में किए गए प्रयोग व कई जनरल में प्रकाशित उनके लेखो से प्रभावित होकर उन्हे आस्ट्रेलियन रिसर्च कौन्सील स्कॉलरशीप की करीब 2 करोड रु. की राशी उच्च शिक्षा हेतु प्रदत्त की गई है और उन्हे आस्ट्रेलिया की शासकीय वोलोंनगांग विद्यापीठ में डॉक्टर हेतु प्रवेश प्राप्त हो गया है. स्वर्णा नायडु को प्रिंसीपाल डॉ. अंजन नायडू, प्रभाग प्रमुख डॉ. मनोज पटेल ने अत्यंत प्रोत्साहीत किया. इससे वह इतनी कम उम्र में इतना उचा मुकाम हासील कर सकी है. स्वर्णा की माताजी सत्यलक्ष्मी नायडु मनोहर भाई पटेल इंजी. कॉलेज में ऑर्किटेक्ट की विभाग प्रमुख रह चुकी है व वर्तमान में सरस्वती दुटोरियल्स की संचालक है. उनसे भी स्वर्णा को प्रेरणा प्राप्त हुई है. स्वर्णा ने अपने उद्योजक पिता प्रसाद नायदू को भी उपलब्धी व माताजी सत्यलक्षमी नायडु को अपना प्रेरणास्त्रोत बनाया है.
स्वर्णा की यह उपलब्धि बताती है कि शिक्षा के क्षेत्र में मेडिकल, इंजीनियरीग के अलावा अकेडमीक व विज्ञान क्षेत्र में भी छात्राओं का भविष्य बनाया जा सकता है.
गोंदिया की छात्रा को प्राप्त हुई आस्ट्रेलिया में दो करोड़ रु. की छात्रवृत्ति
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