चार घंटे लेट चर रहीं ट्रेनें : पंद्रह दिनों से जारी
गोंदिया. गोंदिया-बल्लारशा रेलवे लाइन पर पिछले दो माह से मालगाड़ियों के आवागमन में इजाफा हुआ है. इसका असर यात्री ट्रेनों पर पड़ रहा है. इस रूट पर यात्री व एक्सप्रेस ट्रेनें चार से पांच घंटे की देरी से चल रही हैं. जिससे यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है.
गोंदिया-बल्लारशा रूट पर फिलहाल तीन पैसेंजर ट्रेनें चल रही हैं. 30 मई को बल्लारशा से रात 11 बजे रवाना हुई ट्रेन करीब चार घंटे की देरी से गोंदिया पहुंची. इसलिए इस ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए निर्धारित समय पर गोंदिया पहुंचना और अपनी यात्रा जारी रखने के लिए दूसरी ट्रेन पकड़ना संभव नहीं था. जबकि कुछ यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर ही रुकना पड़ा. गोंदिया से बल्लारशा ट्रेन का टिकट बस से सस्ता है इसलिए यह आम और गरीब यात्रियों के लिए सुविधाजनक है. इसलिए यात्री इस ट्रेन से सफर करते हैं. लेकिन पिछले पंद्रह दिन से इस रूट पर यात्री ट्रेनों की समय सारिणी पूरी तरह से ठप पड़ी है. ऐसे में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है. मालगाड़ियों के लिए यात्री ट्रेनों को तीन से चार घंटे तक रोका जा रहा है. ऐसे में यात्री भड़के और सुधार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
लोको पायलट नाराज
पैसेंजर ट्रेनों के लेट होने से न सिर्फ यात्री बल्कि रेलवे ट्रेनों के लोको पायलट भी परेशान हैं. जिससे कुछ लोको पायलट छुट्टी पर चले गए हैं. कुछ दिन पहले एक लोको पायलट ने इसी कारण के चलते ट्रेन को आगे ले जाने से मना कर दिया था.
मैं 29 मई को 12 बजे पैसेंजर से गोंदिया आने के लिए नागभीड़ से निकला था. लेकिन ट्रेन तीन घंटे तक रुकी रही. इस वजह से मुझे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वर्तमान समय में गर्मी के दिन चल रहे हैं और गाड़ी कहीं भी खड़ी की जा रही है. ऐसे में मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ रही है.
दिनेश वाघमारे, यात्री