गोंदिया. भारतीय रेल के दक्षिण पूर्व मध्य डिवीजन का एक महत्वपूर्ण स्टेशन गोंदिया जो कि जिला मुख्यालय भी है तथा महाराष्ट्र के अंतिम छोर पर छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश की सीमा से सटकर है. यहा से देश के सभी भागों के लिए अनेक यात्री गाड़ियों का संचालन होता है साथ ही साथ यहा से मालवाहक ट्रेनों का भी संचालन बहुतायत में है. जिसमे चावल निर्यात प्रमुख है. वर्तमान में गोंदियावासी रेलवे की कुछ समस्याओं से बेहद परेशान है.
जिसमे प्रमुख रुप से गोंदिया के दोनों भागो को जोड़ने वाला फ्लाइओवर पुल जो जर्जर होने के कारण तोड़ दिया गया है, का पुनर्निर्माण शीघ्र हो क्योकि यह शहर के दोनों भागो को जोड़ने के साथ साथ मध्यप्रदेश जाने वाले यातायात को संचालित करने का अहम हिस्सा है.
यहा चलने वाली यात्री गाड़ियों की लेटलतीफी से क्षेत्र की जनता तथा व्यापारी बेहद परेशान है. गोंदिया यह एक महत्वपूर्ण व्यवसायिक स्थान होने से परिसर के लगभग 200 कि.मी. के लोगो हेतु यह एक बड़ी मंडी के रूप मे स्थापित है, परंतु इन दिनों गाड़ियों की अघोषित लेटलतीफी से यहां का कपड़ा, किराना, सराफा, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि व्यवसाय बुरी तरह आहत हुआ है. वैसे ही यहा से करीब नागपुर महानगर जिसपर स्थानीय जनता भी उच्चशिक्षा, उपचार आदि हेतु अवलंबित है. जाने में भी भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है. व्यापारी द्वारा निवेदन के माध्यम से उनकी उल्लेखित समस्याओं को अपनी ओर से पहल करके राहत पहुंचाए. इस अवसर पर जिला व्यापारी अशोसियेशन से संजय जैन, लक्ष्मण लधानी, नारी चंदवानी, अशोक जयसिंघानी, आनंद जैन, गगन मखीजा, भेरूमल गोपलानी, संकेत जैन, CA सुनील चावला, विनायक गजघाट, शिशिर कटरे, नितिन जिंदल, अविनाश लधानी, आशीष कुंदनानी, सुशील छितरका, मनोज पटनायक, मोनील जैन, दिलीप लधानी, रवि लधानी, विनोद (गुड्डू) चंदवानी अन्य सदस्य उपस्थित थे.