48 की मौत : ज्यादा शराब पीने से कई हादसे
गोंदिया. शराब पीकर वाहन चलाना जानलेवा होता जा रहा है. जनवरी से अप्रैल तक की अवधि में गोंदिया जिले में संबंधित विभाग द्वारा 80 सड़क हादसों की सूचना मिली है, इन हादसों में 48 लोगों की जान जा चुकी है. दिलचस्प बात यह है कि, ज्यादातर दुर्घटनाएं शराब पीकर गाड़ी चलाने और ओवर स्पीड और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण बताई जा रही हैं.
जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ तीन राष्ट्रीय राज्य राजमार्ग और जिला सड़कों सहित सैकड़ों ग्रामीण सड़कें हैं, जिनसे प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं. हालांकि, पिछले कुछ महीनों से हादसों की संख्या में इजाफा हो रहा है. राष्ट्रीय और राज्य मार्गों का निर्माण अब सीमेंट से किया जाता है और सड़कों को समतल किया जाता है. इससे इन समतल सड़कों पर वाहन भी सुचारू रूप से चलने लगे हैं. वाहन चालक तेज गति से वाहन चलाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से सच है जो नशे में रहते हुए तेज गति से वाहन चलाते हैं. अधिकांश चालक हेलमेट भी नहीं पहनते हैं. नतीजतन, दुर्घटना में मौत का खतरा सबसे अधिक रहता है. जिले में विगत चार माह के सड़क हादसों के आंकड़ों पर नजर डालें तो जनवरी से अप्रैल 2023 तक जिला परिवहन विभाग द्वारा जिले के विभिन्न मार्गों पर 80 से अधिक दुर्घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं. जिसमें 48 वाहन चालक या सवार इस हादसे में अपनी जान गंवा चुके हैं. 56 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. हादसों के कारणों को जानने की कोशिश में सामने आया है कि ज्यादातर हादसे नशे में तेज गति से वाहन चलाने के कारण होते हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो अत्यधिक शराब का सेवन सड़क हादसों का एक बड़ा कारण माना जा रहा है.
यातायात नियमों का पालन करें
जिले में चार माह में विभिन्न सड़कों पर 80 हादसे हो चुके हैं. दुर्घटना के कारणों में अत्यधिक गति, शराब पीकर वाहन चलाना और यातायात नियमों का उल्लंघन करना पाया गया है. वाहन चालक शराब पीकर वाहन न चलायें, यातायात नियमों का पालन करें तथा दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षित वाहन चलायें.
जयेश भंडारकर, जिला यातायात पुलिस अधिकारी, गोंदिया