39 लाख 55 हजार 400 क्विंटल धान की हुई खरीदी
गोंदिया – खरीफ मौसम का धान खरीदी का लक्ष्य पूरा न होने से शासन द्वारा धान खरीदी के लिए 28 फरवरी तक समय सीमा बढ़ा दी गई थी. जिसे अब पूर्णविराम लग चुका है. लेकिन समय सीमा बढ़ाने पर भी धान खरीदी का लक्ष्य पूरा होते दिखाई नही दे रहा है. किसानों को गारंटी भाव से कम भाव न मिले इसके लिए शासन जिला मार्केटिंग फेडरेशन व आदिवासी विकास महामंडल के अंतर्गत शासकीय धान खरीदी केंद्र के माध्यम से धान खरीदी करती है. इस वर्ष खरीफ मौसम में 40 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 31 जनवरी तक यह लक्ष्य पूरा न होने से धान खरीदी की सीमा 28 फरवरी तक बढ़ा दी गई थी. इस कालावधि में जिला मार्केटिंग फेडरेशन के कुल 115 धान खरदी केंद्रों पर 39 लाख 55 हजार 400 क्विंटल धान खरीदी की गई. खरीदी की गई धान की कुल कीमत 860 करोड़ रु. है. उल्लेखनीय है कि इस वर्ष धान खरीदी का लक्ष्य पूर्ण नही होने से दो बार धान खरीदी की समय सीमा बढ़ाई गई लेकिन फिर भी 40 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य पूरा नही हो सका.
1 लाख 16 हजार किसानों ने बेचा धान
शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर धान की बिक्री करने के लिए शासन के ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीयन करना अनिवार्य किया गया था. जिसके लिए जिले के 1 लाख 18 हजार किसानों ने अपना पंजीयन किया था. इनमें से 1 लाख 16 हजार किसानों ने 39 लाख 55 हजार 400 क्विंटल धान की बिक्री शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर की.
810 करोड़ रु. की धान खरीदी
खरीफ मौसम में जिला मार्केटिंग फेडरेशन ने 39 लाख 55 हजार 400 क्विंटल धान की खरीदी की है. जिसकी कुल कीमत 810 करोड़ रु. है. इनमें 754 करोड़ रु. का भुगतान किसानों को दिया जा चुका है. शेष 56 करोड़ रु. का भुगतान भी किसानों को शीघ्र किया जाएगा. ऐसी जानकारी फेडरेशन के अधिकारी ने दी है.
रवी ठकरानी
प्रधान संपादक
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