नगर परिषद की आय घटी : दुकानों पर लगाया जाएगा ताला
गोंदिया. गोंदिया नगर परिषद में बड़ी मात्रा में संपत्ति कर बकाया है. जिससे नगर परिषद की आय में भारी कमी आ गई. शहर में नगर परिषद की दुकानों का किराया भी बकाया है. उस किराए को वसूलने के लिए नगर परिषद ने अभियान चलाया है. वहीं बकाया नहीं भरने पर दुकानों पर ताला लगाने का निर्णय भी लिया गया है. नगर परिषद के इस सख्त रुख से किरायेदारों में बेहद दहशत फैल गई है.
गोंदिया शहर के बाजार क्षेत्र, स्टेडियम, गौशाला वार्ड सहित अन्य स्थानों पर नगर परिषद ने अपनी जमीन पर दुकानें बनाई हैं. वह दुकानें किराए के आधार पर व्यापार के लिए दिए गए थे. उम्मीद थी कि दुकानों से नप को नियमित आय होगी. लेकिन नगर परिषद द्वारा बार-बार किराया मांगने पर भी दुकानदार नियमित रूप से किराया नहीं देता है. परिणामस्वरूप नगर परिषद को पिछले कई वर्षों से किराया नहीं मिलने से बकाया एक करोड़ रु. तक पहुंच गया है. जिससे नगर परिषद की आय में भारी कमी आ गई. नप के लिए रोजमर्रा के खर्चे निकालना भी मुश्किल हो गया है. आय की कमी के कारण कर्मचारियों को वेतन भुगतान में भी देरी हो रही है. इसलिए हाल ही में नगर परिषद में शामिल हुए मुख्याधिकारी करणकुमार चव्हाण ने इस मामले को गंभीरता से लिया. उन्होंने किराया वसूली अभियान चलाया है. मुख्याधिकारी चव्हाण ने बताया कि किराया देने से इंकार करने या बाधा उत्पन्न करने वाली सभी दुकानों को पुलिस प्रशासन की मदद से नगर परिषद अधिनियम के तहत सील कर दिया जाएंगा. इसलिए नगर परिषद के दुकान क्षेत्र के दुकानदारों से भी अनुरोध किया गया है कि वे कार्रवाई से पहले दुकान का किराया नगर परिषद को जमा कर नगर परिषद की वित्तीय आय में सहयोग करें. नगर परिषद के सख्त रुख से दुकानदारों में बेहद भय व्याप्त हो गया है. इस भूमिका से नगर परिषद की आय में इजाफा हुआ है.
आय से नगर परिषद की गाड़ी चलती है. लेकिन दुकानदार नियमित किराया नहीं देता है. इन पर एक करोड़ से अधिक किराया बकाया है. इसलिए नगर परिषद को यह कठोर कदम उठाना पड़ा. दुकानदारों को अपने खिलाफ कार्रवाई से बचने के लिए तुरंत बकाया भुगतान करना चाहिए. आगे भी नियमित किराया देना होगा, अन्यथा कार्रवाई की जाएंगी.
करणकुमार चव्हाण, मुख्याधिकारी, नप गोंदिया