गोंदिया पणन कार्यालय की घटना
गोंदिया. सरकार समर्थित धान खरीदी केंद्र पर रबी सीजन के धान की बिक्री के एक माह बीत जाने के बाद भी अब तक धान बिक्री का बकाया नहीं मिला है. इस बीच संबंधित विभाग की ओर से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. जिससे तंग आकर एक किसान ने जिला पणन अधिकारी के कार्यालय में अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. अन्य किसानों की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया.
लोधीटोला निवासी दीपक कंसरे ऐसा किसान का नाम है. श्री राम अभिनव धान खरीदी संस्था गोंदिया तहसील के चुटिया में स्थित है और इस संस्था में चुटिया सहित क्षेत्र के कुछ गांवों के किसानों ने जून के महीने में रबी सीजन का धान बेचा था. लेकिन जब धान बेचे हुए एक महीना बीत चुका है और अब किसानों को खरीफ सीजन के लिए पैसे की सख्त जरूरत है, तब भी किसानों को बेचे गए धान का भुगतान नहीं मिला है. उधर रबी सीजन में श्रीराम अभिनव धान खरीदी संस्था द्वारा खरीदा गया धान गोदाम में उपलब्ध नहीं रहने के कारण जिला पणन कार्यालय द्वारा उक्त किसानों को धान का भुगतान नहीं किया गया. इस पर किसानों ने कई बार जिला पणन अधिकारी को पत्र लिखकर बकाया भुगतान की मांग की. लेकिन किसानों को यह कहकर टाला जा रहा था कि एक-दो दिन में खाते में पैसा आ जाएगा. नाराज किसान 28 जुलाई को जिला विपणन अधिकारी कार्यालय पहुंचे और जिला पणन अधिकारी विवेक इंगले से मुलाकात कर बकाया के संबंध में जानकारी ली. इसका कोई संतोषजनक नतीजा नहीं निकलने पर लोधीटोला के किसान दीपक कंसरे ने अपने बैग में लाई गई पेट्रोल की बोतल निकालकर खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की. इस दौरान जैसे ही उनके साथ उपस्थित अन्य किसानों की नजर इस बात पर पड़ी तो उन्होंने दीपक के हाथ से पेट्रोल की बोतल छीन ली. इस प्रकार एक बड़ा हादसा टल गया. किसानों का कहना है कि इस दौरान जिला पणन अधिकारी अपनी कुर्सी से उठे ही नहीं.
अन्यथा बड़ा आंदोलन
श्रीराम अभिनव धान खरीदी संस्था ने लेटर हेड पर लिखा कि खरीदा गया धान अपनी संपत्ति बेचने के चार दिन के अंदर जिला पणन कार्यालय को उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसलिए किसानों ने जिला पणन अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर अगले चार दिनों में उन्हें धान का भुगतान नहीं मिला तो वे और बड़ा आंदोलन करेंगे.