गोंदिया – वर्ष 2022-23 में विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की रैंकिंग में गोंदिया जिला अक्टूबर से लगातार अग्रसर रहते हुए पिछले 5 माह से राज्य प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफल रहा. महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा संचालनालय की ओर से हर महीने जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शल्य चिकित्सक व नगरपालिका चिकित्सा अधिकारी इन तीन गटों के प्रदर्शन की समीक्षा करता है और विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को रैंक देता है. फरवरी 2023 माह के प्रदर्शन के आधार पर संचालक के पत्र के अनुसार गोंदिया जिले ने राज्य में प्रथम, नागपुर द्वितीय तथा सांगली जिला तृतीय स्थान पर रहा है. जिलाधीश चिन्मय गोतमारे व जिप सीईओ शीतल पुंड ने स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यकुशलता व सफलता के लिए जिले के अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई देते हुए लोगों को गुणवत्तापूर्ण व उत्कृष्ठ सेवाएं प्रदान करते रहने का आव्हान किया.
जून 2022 स्वास्थ्य सेवा संचालनाय के प्रसिद्ध कार्यक्रम चार्ट में जिले को राज्य में पांचवां स्थान मिला था लेकिन उसके बाद जिले के प्रशासकीय अधिकारियों ने जिले को प्रथम क्रमांक पर लाने के लिए प्रयास किए और गुणवत्ता बढ़ाने की दृष्टि से कार्य की योजना बनाई गई उसके कारण पिछले तीन माह जुलाई, अगस्त व सितंबर 22 में जिले को राज्य में तीसरे नंबर पर पहुंच गया. इसके बाद अक्टूबर से लगातार 5 माह तक प्रथम स्थान प्राप्त कर राज्य में जिले का गौरव बनाए रखा है. जिप सीईओ शितल पुंडे ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण के बावजूद माता और बच्चों के साथ साथ लिए कई अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम चला कर जिला स्वास्थ्य प्रशासन लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने के लिए सतत प्रयास कर रहा है, गोंदिया जिला भौगोलिक रूप से महाराष्ट्र की सीमा पर अंतिम जिला है. जिले की सीमा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से लगती है. जिले से लगकर गढ़चिरोली और भंडारा लगा हुआ है. जिले को आदिवासी, नक्सल प्रभावित और वनों से आच्छादित सीमा के रूप में जाना जाता है. जिससे विभिन्न बीमारियों का प्रकोप दिखाई देता है. स्वास्थ्य कर्मियों के अनेक पद रिक्त होने के बावजूद जिला स्वास्थ्य अधिकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितिन वानखेड़े, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश सुतार के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नियोजनबध्द कार्यक्रमों को क्रियान्वित कर यह सफलता हासिल की है. जिलाधीश चिन्मय गोतमारे, जिप सीईओ शीतल पुंड, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितिन वानखेड़े, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश सुतार और जिला शल्य चिकित्सक डा. अमरीश मोहबे के मार्गदर्शन के अनुसार, जिला स्तरीय अधिकारी जिसमें जिला साथरोग अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी, सहायक संचालक कुष्ठरोग के साथ-साथ तहसील में सभी तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य विस्तार अधिकारी के पर्यवेक्षण और ग्राम स्तर के सैनिक स्वास्थ्य सहायकों, स्वास्थ्य सहायिका, प्रयोगशाला वैज्ञानिक अधिकारियों, फार्मासिस्टों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य सेवक व सेविका, आशा सेवकों द्वारा लोगों को गुणात्मक सेवाएं प्रदान करने से और उनके कार्य का अहवाल तैयार करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटरों, तहसील स्तर के कर्मचारियों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सभी कार्यक्रम समन्वयक, जिला स्तरीय पर्यवेक्षक के अच्छे प्रदर्शन से जिले को नंबर वन स्थान मिला है.
जिले में विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जिला स्तरीय समन्वय समिति, उसी प्रकार तहसील स्तरीय समीक्षा ली जाती है. जिला स्तरीय अधिकारी, तहसील स्तर की समीक्षा बैठकों के साथ-साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बैठकें कर रहे हैं, इसलिए कर्मचारियों के विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार पर जोर दिया जा रहा है. इसमें विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को लेकर मासिक बैठकें, ऑनलाइन बैठकें तथा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए दिये गये निर्देश की महत्वपूर्ण भूमिका होने की बात जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन वानखेडे ने कही.
रवी ठकरानी
प्रधान संपादक
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