वन विभाग द्वारा बीमार गिद्ध का इलाज
गोंदिया. वन विभाग की एक टीम ने आमगांव वन विभाग के अंतर्गत पिपरटोला में विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे एक दुर्लभ प्रजाति के गिद्ध को बचाया है. बताया जा रहा है कि यह घटना 2 अगस्त की है और फिलहाल गिद्ध का इलाज नागपुर के एक अस्पताल में चल रहा है. उप वन संरक्षक प्रमोदकुमार पंचभाई, सहायक उपवन संरक्षक प्रदीप पाटिल के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई आमगांव के रवि भगत, वन रक्षक नामदेव कदम, चालक सोनवने ने की.
आमगांव वन परिक्षेत्र अंतर्गत पिपरटोला क्षेत्र के रहवासियों ने इसे देखा. जैसे ही आमगांव वन विभाग को सूचना मिली तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जब गिद्ध को देखा गया तो वह बारिश से पूरी तरह भीग चुका था और उनकी तबीयत बिगड़ती देख उसे इलाज के लिए आमगांव ले जाया गया. पशुधन विकास अधिकारी डा. शैलेश पटेल के मार्गदर्शन में इलाज किया गया. उसके बाद गिद्ध को आगे के उपचार के लिए नागपुर वन विभाग के ट्रांजिस्टर ट्रीटमेंट में भेजा गया. सफल इलाज से गिद्ध अब खतरे से बाहर बताया जा रहा है. हालांकि गोंदिया जिले से गिद्ध की प्रजाति विलुप्त हो गई है, लेकिन वन विभाग ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि यह विशालकाय गिद्ध कहां से आया. यह भी संभव है कि यह गिद्ध गडचिरोली, चंद्रपुर वन क्षेत्र से भटक कर गोंदिया तक आ गया हो. वन विभाग की एक टीम ने उस दिशा में भी जांच शुरू कर दी है. पकड़ा गया गिद्ध करीब 20 से 25 साल का है और उसका वजन करीब 10 किलो है.
पिपरटोला में दिखाई दिया विशालकाय गिद्ध
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