गोंदिया. सड़क अर्जुनी के घटेगांव में 25 अक्टूबर दोपहर 1 बजे के करीब गांव में आए बंदरों के एक समूह ने हमला कर चार नागरिकों को घायल कर दिया. जिससे गांव में दहशत का माहौल कायम हो पैदा हो है. वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा जानबूझ कर इस गंभीर मामले की अनदेखी किए जाने से नागरिकों में वन विभाग के प्रति रोष निर्माण हो गया है. घायलों को आगे के इलाज के लिए केटीएस जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पिछले कुछ दिनों से गांव में जंगली बंदरों का आगमन हो रहा है और ये बंदर गांव की गलियों में खुलेआम घूम रहे हैं. कभी घर की छत पर तो कभी आंगन में किसी के घर पर बैठे रहते हैं. वे स्वतंत्र रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा रहे हैं और कई घरों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं. घरों और घरेलू सामानों को नष्ट करना आम बात है. लेकिन बंदरों ने अब नागरिकों पर हमला करना शुरू कर दिया है. 25 अक्टूबर दोपहर 1 बजे के करीब घटेगांव में बंदरों ने नागरिकों पर हमला कर दिया. जिसमें निशा वीरेंद्र पंचभाई (36), यमुनाबाई दामले (54), धनलाल किसन गोंडाने (48) व सिया मनोज वैद्य (5) गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को एम्बुलेंस द्वारा डव्वा में प्राथमिक उपचार के बाद आगे के इलाज के लिए केटीएस अस्पताल गोंदिया में स्थानांतरित कर दिया गया. इस घटना की खबर वन विभाग को दी गई, लेकिन वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी हमलावर बंदरों के लिए कोई इंतजाम किए बिना ही गांव वापस लौट गए. अभी भी बंदर गांव में घूम रहे हैं और लोगों में काफी दहशत है. गांव के जिला परिषद स्कूल में सैकड़ों छात्र पढ़ते हैं. बुधवार शाम को स्कूल की छुट्टी होने के बाद उनकी घर जाने की हिम्मत नहीं हुई. तो शिक्षक पांच-सात बच्चों को इकट्ठा कर घर-घर ले आए.
बंदरों के हमले में बच्ची सहित चार घायल
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