मृतक की हत्या कर सड़क दुर्घटना का रूप देकर बीमा की रकम पाने के लालच में रची गई थी साजिश
गाेंदिया. छत्तीसगढ़ राज्य के खैरागढ़ क्षेत्र के ग्राम कुम्ही डोंगरगढ़ मार्ग पर पुल के पास 11 मई को एक अज्ञात युवक का शव मिला था. जिसकी जानकारी मिलते ही खैरागढ़ थाने की टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर मृतक के पहचान के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रयास किया गया. मृतक की पहचान आमाघाट कादा निवासी उत्तम अमृतलाल जंघेल के रूप में हुई. मृतक के परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया. मृतक की मृत्यु संदिग्ध प्रतीत होने से मौके पर एफएसएल युनिट व डॉग स्क्वाड को बुलवाकर बारीकी से घटना स्थल, मृतक का शव का निरीक्षण व साक्ष्य संकलित किया गया. मृतक के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम किया गया. पीएम रिपोर्ट पर मृतक की मृत्यु गला घोटने से हुई, ऐसा सामने आया. जिस पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल, अपर पुलिस अधीक्षक नेहा पांडेय, उपविभागीय अधिकारी लालचंद मोहले के निर्देश पर आरोपी के तलाश के लिए थाना प्रभारी प्रशिक्षू उपपुलिस अधीक्षक प्रतिभा लहरे, निरीक्षक अनिल शर्मा के नेतृत्व में संयुक्त टीम तैयार कर मृतक के संबंध में हर छोटी से छोटी बारीक जानकारी एकत्र कर व प्रकरण में सैंकड़ो सीसीटीवी फुटेज चेक कर तथा तकनीकी साक्ष्य के आधार पर जानकारी मिली कि मृतक के नाम पर कुछ माह पहले हारवेस्टर वाहन व एक स्कार्पियों वाहन खरीदी गई है. इस जानकारी के आधार पर विवेचना टीम द्वारा लगातार प्रयास करने पर जानकारी मिली कि मृतक के मामा का लड़का सालेकसा तहसील के महाराजीटोला हेमंत भैयालाल ढेकवार (38) के पास मृतक के उक्त दोनों वाहन है. जिसके तहत महाराष्ट्र जाकर हेमंत ढेकवार के गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखकर सूचना संकलन किया गया. संदेह के आधार पर हेमंत को हिरासत में लेकर बारीकी से वैज्ञानिक पद्धति से पुछताछ करने पर बताया कि उसने हेमंत के नाम पर एक स्कार्पियों वाहन जनवरी 2024 में व एक हारवेस्टर वाहन फरवरी 2024 में खरीदी कर दोनो वाहनों में करीब 30 लाख का फायनेंस करवाया था. साथ ही उक्त फायनेंस राशि का इन्श्योरेंस कराया था, जिससे यदि फायनेंस अवधि में उत्तम जंघेल को कुछ हो जाता है तो उसके नाम पर लिए गए सारे लोन की राशि इन्श्योंरेंस कंपनी द्वारा भुगतान किया जाएगा. साथ ही आरोपी हेमंत द्वारा मृतक उत्तम का भारतीय जीवन बीमा निगम से 40 लाख का दुर्घटना बीमा व एक्सीस बैंक आमगांव से 40 लाख का दुर्घटना बीमा कराया था. जिसके किस्तो का भुगतान स्वयं करता था. उक्त राशि के लालच में आकर 10 मई 2024 को आरोपी ने योजना के मुताबिक उत्तम को कार दिलाने के नाम पर फोन कर डोगरगढ़ बुलाया और अपने साथी कावराबांध निवासी सुरेश मच्छिरके व खेडेपार निवासी प्रेमचंद लिल्हारे को बीमा की राशि मिलने पर पैसे देने की बात कहकर अपने साथ शामिल कर लिया. फिर तीनों ने योजना के मुताबिक उत्तम के नाम पर लिए गए स्कार्पियों वाहन में बैठकर आए. डोंगरगढ़ में उत्तम को साथ में गाड़ी में बैठाकर शराब अड्डे से शराब खरीदकर उत्तम को शराब पिलाई. मृतक के पास उसके पिता का मोबाइल फोन होने से आरापियों ने योजना के मुताबिक अतरिया ले जाकर मृतक के परिचित के यहां रखें मोबाइल को रखवा दिया. फिर अपने षड़यंत्र के मुताबिक मृतक को गाड़ी में बैठाकर खैरागढ़ होते हुए गातापार थाना से आगे ले जाकर सुनसान सड़क किनारे पर हेमंत और उसके दोनो साथियों ने मिलकर गमछे से गला घोटकर हत्या कर दी और घटना को सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए मृतक के शव को गाड़ी में डालकर कुम्ही डोंगरगढ़ मार्ग पर लाकर रख दिए. हेमंत ने मृतक के शव के उपर दो बार स्कार्पियों वाहन चढ़ाकर मृतक की मृत्यु सड़क दुर्घटना से होने का रूप देकर उसी वाहन से वापस अपने घर महाराष्ट्र लौट आए. प्रकरण में आरोपियों के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गमछा घाघरा पुल से व घटना में प्रयुक्त स्कार्पियों वाहन जब्त किया गया.
बीमा के लाखो रूपयों के लालच में ममेरे भाई ने की हत्या, तीनों आरोपी सालेकसा तहसील के
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