ससुर की मौत : माता और बेटे की स्थिति चिंताजनक
गोंदिया : शहर के रामनगर थानांतर्गत आने वाले सुर्याटोला क्षेत्र में कत्ल की ऐसी हॉरर स्टोरी सामने आई है, जिसमें नाराजगी की वजह से एक दामाद ने अपने ससुराल में देर रात आकर अपनी पत्नी, बेटे और ससुर को पेट्रोल छिडक जिंदा जला दिया. जिसमें लकवे से ग्रस्त ससुर की खटिया पर ही झुलसकर मौत हो गई तथा पत्नी और बेटा 90% झुलसी हुई अवस्था में उपचार हेतु नागपुर रेफर किए गए हैं. जहां उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई हैं। परिजनों का आरोप है कि कत्ल की प्लानिंग सोची समझी साजिश के तहत की गई तथा एक दिन पूर्व आरोपी दामाद में घर आकर रैकी की तथा अगली ही रात वारदात को अंजाम दे दिया।
गनीमत यह रही की इस हमले सें सास बच गई. क्योंकि वह निर्माणाधीन मकान में पडे लोहा, सीमेंट, रेती की रखवाली करने हेतु पडोस के घर में सोई थी। घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि रोज-रोज की घरेलू कलह और मारपीट से तंग आकर आरती (35, निवासी भिवापुर ता.तिरोडा) यह अपने 5 वर्षीय बेटे जय के साथ ससुराल छोड मायके में आ गई तथा गत तीन चार माह से वह मायके में रह रही थी। घटना बुधवार रात 1 बजे की बताई जाती है. जहां सुर्याटोला पावर हाउस से कुछ दूरी पर रेल पटरी के निकट एक कच्चे मकान से आग की लपटें उठती पडोसियों ने देखी जिसकी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को देते आस-पडोस के लोग पानी का छिडकाव कर आग बुझाने में जुट गए, इस दौरान चारों तरफ चीख-पुकार मची थी। रामनगर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, मकान बुरी तरह जल चुका था। छपरी में सोए लकवा ग्रस्त देवानंद मेश्राम की मौत हो चुकी थी. तथा मकान के भीतर मूर्छित अवस्था में पडे आरती और जय को तत्काल उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हे नागपुर रेफर कर दिया गया। घटनास्थल से एक पेट्रोल डबकी बरामद हुई है. मृतक देवानंद की पत्नी ममता का कहना है कि दामाद ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है। हमने इस प्रकरण को लेकर रामनगर थाना प्रभारी संदेश केंजले से बात की, उन्होंने जानकारी देते बताया, मृतक देवानंद पैरालिसिस का शिकार था तथा बातचीत करने में सक्षम नहीं था और बेड पर ही बीमार अवस्थाा में पडा रहता था तथा उसकी पत्नी घटना की रात बहार (पडोस) में गई थी। गंभीर झुलसी आरती का अपने हस्बैंड से झगडा चल रहा था। लिहाजा वह गत तीन चार माह से मायके में रह रही थीी, उसकी अवस्था चिंताज्जानक होने से स्टेटमेंट रिकॉर्ड नहीं हो पाया है। बहरहाल मामले के हर पहलू से तफ्तीश जारी है, फिलहाल धारा 174 आकस्मिक मौत का मामला पंजीबद्ध किया गया है, संदेह के आधार पर खोजबीन शुरू है।
रवि ठकरानी ( प्रधान संपादक)
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