वन विभाग के कार्यवाही में खुलासा
गोदिया. मध्यप्रदेश के बालाघाट के मुडेशवरा परिसर में हिरन का शिकार कर महाराष्ट्र के सिरफुर, कामठा, पाजरा, बिर्सी परिसर में मास कि तस्करी का कार्य गत दो वर्षों से चल रहा था. 24 मई को गुप्त सूचना के आधार पर गोंदिया वन विभाग ने गोंदिया तहसील के सिरपुर और कामठा में छापा मार कर हिरन के मास सहित सब्जी बनाने कि सामग्री जब्त किया है.
जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश बगडमारा में एक हिरण का शिकार कर वहीं का एक शख्स गोंदिया तहसील के सिरपुर के दो शख्स मास कि तस्करी का काम गत दो वर्ष से कर रहा थे. 24 मई को वनविभाग को गुप्त सूचना मिली कि सिरपुर में मध्यप्रदेश से हिरन का मास आया है. सिरपुर में छापा मार कार्यवाही में दो लोगों को हिरासत में लिया गया. उस के बाद कामठा के एक ढाबे पर कार्रवाई हुई. वहा से भी मास और सब्जी बनाने कि सामग्री विभाग ने जब्त की है. वनविभाग ने इस संबंध में 9 लोगों को हिरासत में लेके जांच शुरू की है. उल्लेखनीय है कि इस हिरन के मास मामले में बिर्सी बटालियन के भी कुछ लोग सामिल है. यह चर्चा कामठा परिसर में है. विश्वसनीय सुत्र से मिली जानकारी के अनुसार सिरपुर निवासी ने बिर्सी बटालियन के कुछ जवानों को 200 रू. किलो से हिरन का मास बेचा और वह मास कामठा के एक ढाबे में बनाया गया है और बाकी शेष मास सिरपुर निवासी के यहां तैयार हो रहा था. उसी दौरान विभाग ने दोनों स्थानों पर छापा मार कर कार्यवाही की है.
विभाग नहीं दे रहा जानकारी
24 मई को 4 बजे गोंदिया के सिरपुर कामठा में वन्यजीव और वनविभाग कि कार्रवाई हुई. लेकिन विभाग इस संबंध में कोई भी जानकारी देने में आनाकानी कर रहा है और एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने कि शर्त पर बताया कि यह कार्रवाई शुरू है और मध्यप्रदेश का शिकारी गत दो वर्षों से जंगली सुअर और हिरन के मास का अवैध कारोबार कर रहा था.