गोंदिया : जिले के अर्जुनी मोरगांव तहसील में शिवनगर ऐसा गांव है जहां अब तक मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है. आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. ऐसे समय में अर्जुनी मोरगांव तहसील की परसोडी (रयत) ग्राम पंचायत अंतर्गत शिवनगर (डोमाटोली) अंधेरे में देखा जा रहा है. इस गांव में अब तक बिजली नहीं पहुंची है. बिजली के अभाव में गांव में अंधेरा छाया हुआ है. इस गांव की आबादी 50 से 55 लोगों की है. यह गांव नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प की सीमा से सटा हुआ है और 70 मीटर दूर है. इस गांव के लोग गरीब तथा मध्यम वर्ग के है और अपने खर्च पर शौचालय नहीं बना सकते है. गांव में सड़क, नाली, पेयजल, शौचालय, बिजली व अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. लेकिन गांव के लोग आज भी गुलामी जैसा जीवन जी रहे है. उज्जवला गैस योजना के तहत 12 गैस सिलेंडर मुफ्त प्रदान किए जाते थे. लेकिन 2018 से बंद हो गए. अभी उन्हें पूरे पैसे देकर गैस सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है. इस कारण फिर से अब चुल्हे पर खाना बनाने की तस्वीर देखने को मिल रही है. गांव में आने जाने के लिए सड़क नहीं है. गांव के नागरिक व लड़के-लड़कियों को 500 मीटर दूर कोहमारा-नवेगांवबांध राज्य मार्ग तक पहुंचने के लिए घुटने भर पानी में से होकर गुजरना पड़ता है. साथ ही शिक्षा के लिए लड़के और लड़कियों को 8 किमी. दूर नेवगांवबांध जाना पड़ता है. यह गांव गट ग्राम पंचायत में आता है. ग्राम पंचायत कार्यालय 5 किमी. दूर है. जंगली जानवर इस गांव के लिए एक समस्या बन गई है. इस क्षेत्र के जिप सदस्य चंद्रकला ठवरे ने आश्वासन दिया है कि सरकार की योजना की पूर्ति कर वे लोगों को सहूलियत दिलाने का प्रयास करेंगे.
मूलभूत सुविधाओं से वंचित शिवनगर
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