विश्व स्वास्थ्य दिन पर चला उपक्रम
गोंदिया. विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई। जिससे इस दिन को विश्व स्वास्थ्य दिन के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रत्येक नागरिक द्वारा अपने स्वास्थ्य को गंभीरता से लिया जाए, इसके लिए मेरा स्वास्थ्य-मेरा अधिकार थीम दी है। जिसके अनुसार विविध उपक्रम जिलेभर में आयोजित किए गए।
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, केटीएस जिला सामान्य अस्पताल व स्वास्थ्य विभाग जिप गोंदिया के संयुक्त तत्वावधान में 7 अप्रैल को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के मैदान में भव्य रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली को डीन डा. कुसुमाकर घोरपड़े, जिला शल्य चिकित्सक डा. अमरीश मोहबे, सहायक जिला शल्य चिकित्सक डा. तृप्ती कटरे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन वानखेड़े ने हरी झंडी दिखाकर प्रभातफेरी की शुरुआत की।
विश्व स्वास्थ्य दिन के महत्व को ध्यान में रख मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार पर डीन डा. घोरपड़े ने कहा कि सभी नागरिकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहना चाहिए। अपना मूलभूत कर्तव्य एवं अधिकार समझकर अपने स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना चाहिए। बदलते युग में मनुष्य को बहुत प्रगति की, लेकिन जीवनशैली को बदलकर अपने शरीर को विविध बीमारियों से ग्रसित कर दिया है। उक्त प्रभातफेरी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से निकलकर सिविल लाइन, इंगले चौक, काका चौक पहुंची। जहां विविध स्वास्थ्य विषयक संदेश दिए गए। इस रैली में बाई गंगाबाई महिला अस्पताल के नर्सिंग प्रशिक्षणार्थी, चिकित्सा महाविद्यालय के प्रशिक्षणार्थी, सहयोगी प्राध्यापक डॉ. प्रशांत बागडे, डॉ. अमित जोगदंड, डॉ. अभय अंबिलकर, डॉ. राजेश कटरे, डॉ. अश्विनी डोंगरे, डॉ. अमृथा, डॉ. बिपलोब, सचिन ढाले, लक्ष्मण वडजे, निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. भारती जयस्वाल, अर्चना वानखेडे, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के जनऔषधि वैद्यक विभाग के सभी निवासी चिकित्सक व स्टाफ उपस्थित थे। इस रैली में स्वस्थ रहेगा तन तो मस्त रहेगा मन, सेहत को दो पहला स्थान-तभी होगा बीमारियों का निदान, स्वच्छ सुंदर परिसर-आरोग्य नांदेल निरंतर, विचार निरोगी ठेवा-आनंदी जीवन जगा, माझे आरोग्य-माझा हक्क आदि विविध प्रकार के स्वास्थ्य संदेश दिए गए।
‘मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार’ से गूंजा शहर
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