गोंदिया. जिले में 3 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालय में लंबित 912 दीवानी मामलों में से 109 का निपटारा किया गया. इसमें 2 करोड़ 77 लाख 1 हजार 798 रु. की वसूली की गई. अदालत में लंबित 2,497 आपराधिक मामलों में से 906 मामलों का निपटारा किया गया है, जिसमें से 2 करोड़ 88 लाख 45 हजार 98 रु. की वसूली की गई है. लोक अदालत में दायर 22 हजार 182 मामलों में से 13 हजार 423 मामलों का निपटारा किया गया. इसमें 66 लाख 65 हजार 942 रु. की वसूली की गई. इस प्रकार कुल 25 हजार 595 प्रकरणों में से 14 हजार 438 प्रकरण निस्तारित किए गए तथा कुल 7 करोड़ 2 लाख 39 हजार 141 रू. की वसूली की गई. जिला विधि सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा मुख्य जिला व सत्र न्यायाधीश ए.टी. वानखेड़े, सचिव एम.वी. पिंगले के मार्गदर्शन में जिले की सभी समितियों के माध्यम से सभी प्रकार के समझौते किए गए. लोक अदालत में जिला विधि सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथ प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश ए. टी. वानखेड़े, सचिव एम.वी. पिंगले, जिला वकील संघ के अध्यक्ष एड. सी.के. बडे, आरती भगत, जिला न्यायाधीश-1 तथा अपर सत्र न्यायाधीश ए.एम. खान, जिला न्यायाधीश-2 तथा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश एन.डी, खोसे, तदर्थ न्यायाधीश-1 तथा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश एन. बी. लवटे, दिवाणी न्यायाधीश (व.स्तर) आर. एस. कानडे, मुख्य न्यायाधीश ए. वी. कुलकर्णी, सह दिवाणी न्यायाधीश (व.स्तर) एस.आर. मोकाशी, 2 रे सहदिवाणी न्यायाधीश (व.स्तर) एस.एस. धपाटे, 2 रे सह दिवाणी न्यायाधीश (क.स्तर) एम.एस. धपाटे, एम.बी. कुडते, 3 रे सह दिवाणी न्यायाधीश (क.स्तर) वाई.जे. तांबोली, 4 थे सह दिवाणी न्यायाधीश (क.स्तर) एस.डी. वाघमारे, 5 वे सह दिवाणी न्यायाधीश (क.स्तर) टी.वी. गवई, 6वे सहदिवाणी न्यायाधीश (क.स्तर) डा. एस.वी. आव्हाड, एस.आर. पोरकर, एड. अंजली चव्हाण, एड. सानिया अंजुम पठान, एड. प्रतिमा पटले, एड. रोशन बाहेतवार, एड. अभिषेक सोलंकी ने प्रयास किया.
मानसिक व आर्थिक परेशानियों से मुक्ति
विशेष अभियान के तहत जिला न्यायालय में 1107 आपराधिक मामले दर्ज किए गए. इसके अलावा 769 मामलों का निपटारा किया गया. कई दलों ने इस पर संतोष व्यक्त किया है क्योंकि इससे पार्टी और अन्य लोगों को मानसिक और वित्तीय पीड़ा से बचाया गया है.