आर्थिक संकट से घिरे संचालक : उधार सामान खरीदकर लाभार्थियों को परोस रहे भोजन
गोंदिया : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक शिव भोजन योजना गररीब, बेसहारा व जरूरतमंदों के लिए सहारा बनी हुई है। विगत 5 माह से शासकीय अनुदान नहीं मिलने के कारण शिव भोजन संचालकों पर आर्थिक संकट आन पडा है। फिर भी उधार पर सामग्री खरीदकर शिव भोजन लाभार्थियों को परोसा जा रहा है।
बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा 26 जनवरी 2020 से महाराष्टÑ में शिव भोजन योजना शुरू की गई। योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि, गरीब, जरूरतमंद लोगों का सस्ते में भोजन उपलब्ध कराना। 10 रुपए लेकर शिवभोजन परोसा जाता है। गोंदिया जिले में 50 शिव भोजन केंद्र संचालकों को प्रतिदिन 100 थाली परोसने का लक्ष्य दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के शिव भोजन संचालकों को प्रति थाली 25 रुपए व शहरी क्षेत्रों के संचालकों को 40 रुपए प्रति थाली अनुदान सरकार की ओर से दिया जाता है। गौरतलब है कि शिव भोजन थाली शुरू होने के समय इसकी कीमत 10 रुपए थी। जिसे कोरोना काल में घटाकर 5 रुपए कर दिया गया और कुछ दिनों बाद थाली मुक्त में दी जाने लगी थी। अब कोरोना काल खत्म होने के बाद फिर से थाली की कीमत 10 रुपए कर दी गई है। शिवभोजन थाली में 30 ग्राम की 2 चपाती, 100 ग्राम सब्जी, 150 ग्राम चावल व 100 ग्राम दाल दिया जाता है। महाराष्टÑ में महाविकास अघाडी सरकार की योजना के तहत शिव भोजन थाली का अनेक लोग लाभ उठा रहे है।
रवि ठकरानी ( प्रधान संपादक)
93593 28219