भंडारा : खेत परिसर में चराई के लिए निकले नर हिरण पर खुले श्वानों ने हमला किया। जख्मी हिरण को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही हिरण ने दम तोड़ दिया। घटना लाखनी तहसील के तहत आनेवाले दैतामांगली (चिखलाबोडी) खेत परिसर की है। मंगलवार 14 फरवरी कों मामला सामने आया है। लाखनी वनपरिक्षेत्र के गडेगांव बीट के तहत आनेवाला दैतमांगली ग्राम कोका अभयारण्य के बफर जोन में आता है। जंगल परिसर में प्राचीन वृक्षों के साथ घास की उपज है। चराई के लिए घास की मात्रा पर्याप्त होने के कारण यहां तृणभक्षी वन्यजीवों का अधिवास है। वन्यजीव चारा, पानी की तलाश में यहां आते है। मंगलवार, 14 फरवरी को चरने के लिए निकले हिरण पर खुले श्वानों ने हमला कर दिया। हमले में हिरण घायल हो गया। ग्रामीणों को घायल अवस्था में हिरण नजर आते ही वनविभाग को सूचना देकर हिरण को श्वानो के चंगुल से बचाया। लाखनी के क्षेत्र सहायक जीतेंद्र बघेले ने घटना की जानकारी प्राप्त होते ही गडेगाव के वनरक्षक मंगला शहारे को घटनास्थल पर जाने की सूचना दी। अस्पताल ले जाने से पहले ही हिरण ने दम तोड़ दिया। पशुधन विकास अधिकारी ने वनरक्षक मंगला शहारे, पुलिस पटेल, दिनेश शेंदरे, रोजगार सेवक अमोल वाघाडे व ग्रामस्थों के उपस्थिति में हिरण का पोस्टमार्टम के बाद उसे दफनाया गया।
रवि ठकरानी ( प्रधान संपादक)
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