गोंदिया. जिला परिषद के स्व. वसंतराव नाईक सभागृह में हुई स्थानी समिति की बैठक में कृषि व पशु संवर्धन विभाग के सभापति रूपेश कुथे ने मुद्दा उठाया कि प्राथमिक विभाग के शिक्षाधिकारी महेंद्र गजभिये बताए गए काम नहीं कर रहे हैं. कामकाज नहीं होने पर कुथे गालीगलौच करते हुए बैठक छोड़कर चले गए.
जिला परिषद अध्यक्ष पंकज रहांगडाले की अध्यक्षता में स्थायी समिति की बैठक हुई थी. बैठक शुरु होते ही सभापति कुथे ने कहा कि अंतर जिला तबादला के तहत आए शिक्षकों के काम नहीं हो रहे हैं. इस ताब को लेकर वे आक्रामक हो गए. जिप अध्यक्ष रहांगडाने ने भी कुथे की बात से सहमति जताते हुए कहा कि उनके द्वारा बताए गए काम करें. काम नहीं होने से कुथे भी आवेश में आ गए. जिससे सभागृह में सन्नाटा छा गया. जिप अध्यक्ष कुथे को संभालने के बजाय सब खामोश रहे और कुछ ही देर में बैठक खत्म हो गई. पता चला है कि विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्य भी इस दौरान खामोश रहे. इस घटना से अधिकारियों में डर का माहौल पैदा हो गया है और वे इस बात पर चर्चा करने लगे हैं कि भविष्य में होने वाली बैठक में जाएं या नहीं.
गोंदिया तहसील में शिक्षकों की संख्या कम है. स्वयंसेवकों की नियुक्ति 3 हजार रु. के मानधन पर की गई है. जो एक मजदूर से भी कम है. लेकिन उन्हे पिछले दो माह से मानधन नहीं मिला. अभी नया सत्र चालू हुआ है. स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चें ग्रामीण के है. स्वयंसेवकों को मानधन नहीं मिलने से उन बच्चों का शैक्षणिक नुकसान हो सकता है. स्वयंसेवकों को समय पर मानधन मिलना चाहिए. लेकिन शिक्षाधिकारी इस ओर अनदेखी कर रहे हैं.
रूपेश कुथे, सभापति, कृषि व पशुसंवर्धन, जिप गोंदिया