पंचायत समिति का मामला
गोंदिया. पंचायत समिति अंतर्गत लोधीटोला में मनरेगा व आवास योजना के कार्य प्रगति पर हैं. इसी बीच मस्टर पूरा करने के लिए पैसे मांगे जाने की बात सोशल मीडिया से सामने आई. 13 अक्टूबर को लोधीटोला के सरपंच संजय ठाकरे सीधे पंचायत समिति आए और कर्मचारियों को आडे हाथों लिया. क्योंकि उन्हें समझ आ गया था कि यह सरपंच को बदनाम करने की योजना है. इस बीच प.सं. सभापति मुनेश रहांगडाले ने मामले में कर्मचारियों को समझाइश दी.
स्थानीय स्वशासन के अंतर्गत जिला परिषद की अनेक योजनाएं पंचायत समिति के माध्यम से क्रियान्वित की जाती हैं. जिसमें मनरेगा के साथ आवास योजना और अन्य योजनाएं भी शामिल हैं. कई बार यह बात सामने आई है कि पंचायत समिति में संविदा पर काम करने वाले अभियंता व कर्मचारियों ने ग्राम रोजगार सेवकों व सरपंच से सांठगांठ कर ली है. इसी प्रकार पंचायत समिति में कार्यरत एक संविदा अभियंता ने लोधीटोला में मस्टर बनाने के लिए पैसों की मांग की. इसके लिए ग्राम रोजगार अधिकारी ने लाभार्थियों से 500 रु. लेने को कहा. यह बात सोशल मीडिया के जरिए गांव में खूब फैल गई. 13 अक्टूबर को सरपंच संजय ठाकरे ने सीधे पंचायत समिति पहुंचे और कर्मचारियों को अच्छी तरह से सुनाया क्योंकि इसकी आलोचना होने लगी कि इस प्रकार के कार्य को सरपंच द्वारा समर्थित किया गया था. इसी बीच पंचायत समिति सभापति की नजर इस पर पड़ी तो उन्होंने कर्मचारियों को कमरे में बुलाया और समझाइश दी. जिससे पंचायत समिति में व्याप्त गड़बड़ी उजागर हो गई है.
सरपंच ने कर्मचारियों को लिया आडे हाथों
RELATED ARTICLES