पानी के अभाव में लाखांदुर तालुका के पाँचगाव, पालेपेढरी, बेलारी व तिरखुरी गाँवो में धान की फसलों को लेकर चिंतित सरपंचों ने की थी पानी आपूर्ति की मांग
भंडारा. जिले के लाखांदुर तालुका अंतर्गत पाँचगाव, पालेपेढरी, बेलारी व तिरखुरी गाँवो में धान की फसलें बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा लगाई गई है। परंतु बारिश के अचानक गायब हो जाने से खेतों में खड़ी फसलें पानी के अभाव में नष्ट होने की कगार पर है। ऐसे में किसान फसलों को लेकर चिंता में है। धान की फसलों को बचाने गोसेखुर्द जलाशय से नेरला उपसा सिंचन योजना के माध्यम से पानी की आपूर्ति हेतु इन 4 गाँव के सरपंच एवं किसानों ने जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. परिणय फुके से मिलकर जलापूर्ति करने हेतु मांग की। डॉ. परिणय फुके द्वारा सरपंचों एवं किसानों की ज्वलंत जलापूर्ति की मांग को लेकर मामला संज्ञान में लिया एवं धान की फसलों को पानी के अभाव से बचाने हेतु नेरला उपसा सिंचन विभाग के कार्यकारी अभियंता से बातचीत कर त्वरित नेरला उपसा सिंचन आंबाडी ( गोसेखुर्द) जलाशय से पानी छोड़ने के आदेश दिए।
श्री फुके द्वारा आदेश मिलते ही तथा धान की फसलों के नुकसान को देखते हुए कार्यकारी अभियंता ने तत्काल नेरला उपसा सिंचन से जलापूर्ति करने की सहमति दर्शाकर इसका पत्र भी जारी कर दिया। लाखांदुर तहसील के पाँचगाव, पालेपेढरी, बेलारी व तिरखुरी गाँवो के सरपंचों, किसानों ने जलापूर्ति की समस्या का समाधान तत्काल होने पर पूर्व पालकमंत्री डॉ. परिणय फुके का आभार माना व राहत महसूस की।
साहब फसलें नष्ट हो रही हैं पानी दिला दो, फुके के आदेश पर तत्काल मिलेगा नेरला उपसा सिंचन से पानी
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