वन मंत्री को सौंपा ज्ञापन
गोंदिया. अर्जुनी मोरगांव तहसील के ईटखेड़ा के पास सिरेगांवबांध में पिछले चार माह से तेंदुए और बाघ का आतंक है. जिससे क्षेत्र के नागरिक हमेशा भय के साये में जी रहे हैं. चार माह के आतंक के बावजूद वन विभाग ने तेंदुओं और बाघों की सुध नहीं ली है. जिससे नागरिकों की जान खतरे में पड़ गई है. भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारी सचिव चामेश्वर गहाणे ने मांग की है कि इस संबंध में तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए. इस संबंध में वन मंत्री मुनगंटीवार और वन विभाग के वरिष्ठों को एक ज्ञापन सौंपा गया है.
अर्जुनी मोरगांव तहसील वन संसाधनों से आच्छादित है. इस तहसील में एक बाघ अभयारण्य और एक राष्ट्रीय उद्यान है. जिससे यहां सभी श्रेणी के वन्य जीवन देखने को मिलने की गारंटी है. गांव में हिंसक जंगली जानवर भी बढ़ने लगे हैं. सिरेगांवबांध में पिछले चार महीने से तेंदुओं और बाघों का उत्पात मचा हुआ है. तेंदुए ने गांव की बकरियों, कुत्तों, मुर्गियों और अन्य जानवरों का शिकार किया है. जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है. 18 सितंबर को बाघ विचरण करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था. इसी तरह गांव में कई लोगों ने तेंदुआ देखा. ग्रामीणों ने इस संबंध में वन विभाग से बंदोबस्त करने की भी मांग की है. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. आज गांव में करीब पांच तेंदुए घूम रहे हैं. दिन हो या रात किसी भी समय तेंदुए देखे जा रहे हैं. जिससे किसानों और आम नागरिकों में हड़कंप मच गया है. ग्रामीण अकेले बाहर निकलने से डरते हैं. कृषि गतिविधियां बाधित हो गई हैं. इसके चलते भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारी सचिव चामेश्वर गहाणे ने मांग की है कि तेंदुओं का तुरंत बंदोबस्त किया जाए. वन मंत्री मुनगंटीवार, क्षेत्रीय वन संरक्षक को मांग का ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर तेंदुओं का बंदोबस्त नहीं किया गया तो किसान, आम नागरिक कानून हाथ में लेकर आंदोलन की भूमिका निभाएंगे.
सिरेगांवबांध में तेंदुए सहित बाघ का आतंक
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